दिल्ली: अकेली महिलाओं को निशाना बना उन्हें शराब पिलाकर शारीरिक संबंध बनाने के बाद हत्या करने वाले सीरियल किलर को हैदाराबाद और राचकोंडा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी ने अब तक 16 महिलाओं को अपने जाल में फंसाकर उनकी हत्याएं कर दी.
सीरियल किलर माइना रामुलू को हैदाराबाद और राचकोंडा पुलिस ने संयुक्त रूप से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने जानकारी दी कि आरोपी ने अब तक 16 महिलाओं की हत्याएं की हैं. अलग-अलग मामलों में उसे 21 बार गिरफ्तार किया जा चुका है. दो बार उसे सजा मिल चुकी है. इतना ही नहीं, आरोपी को एक बार उम्रकैद की सजा भी दी जा चुकी है.
जानकारी के मुताबिक, आरोपी ने पहली हत्या साल 2003 में की थी, जिसके लिए उसे साल 2011 में उम्रकैद की सजा मिली थी. उम्रकैद के दौरान रामुलु एर्रागड्डा मेंटल अस्पताल से फरार हो गया था. उस समय भी उसके खिलाफ मामला दर्ज था. रामुलू का पैतृक गांव, संगारेड्डी जिले के कंदी मंडल के आरुट्ला गांव है. वो हैदाराबाद में पत्थर काटने वाले मजदूर का काम करता था.
केवल महिलाओं की हत्याएं करता था अपराधी
रामुलू पर कई थानों में मामले दर्ज हैं. जेल से फरार होने के बाद फिर से हत्या कर रहे साइको किलर को हैदाराबाद पुलिस और राचकोंडा पुलिस की ज्वाइंट ऑपरेशन में पकड़ा गया. आरोपी रामुलु पर 16 हत्याएं, चार लूट और एक पुलिस हिरासत से भागने का मामला दर्ज है.
हैदराबाद के पुलिस आयुक्त अंजनी कुमार ने मंगलवार को बताया कि कम उम्र में ही शादी कर चुके माइना रामुलू (45) की पत्नी किसी के साथ भाग गई थी. जिसके बाद रामुलू ने महिलाओं के खिलाफ अपने मन में नफरत पैदा कर ली. तब से मानसिक रूप से परेशान रामुलू ने महिलाओं की हत्याएं करनी शुरू कर दी. सबसे पहले उसने तुप्राण पुलिस स्टेशन के अंतर्गत एक महिला की हत्या की थी. उसने अब तक जितने भी लोगों की हत्याएं की हैं, उनमें केवल महिलाएं शामिल हैं.
जाल में फंसाकर महिलाओं से करता था रेप
रामुलु शराब की दुकानों के आसपास बुरी नियत से चक्कर काटता था. शराब या ताड़ी का सेवन करने की शौकीन महिलाओं को वो शराब या ताड़ी पिलाता था. जिसके बाद वह बहला फुसलाकर और ज्यादा पैसे देने का लालच देकर उनका यौन शोषण करता था और कीमती चीजों की चोरी करके उनके गले में साड़ी लपेटकर या बड़े पत्थर से मारकर हत्या कर देता था.
रामुलु ने कई पुलिस थानों के अंतर्गत हत्याओं को अंजाम दिया. उसने तूप्रान, राईदुर्गम, संगारेड्डी, दुंडीगल, नरसापुर, नारसिंगी, कुकटपल्ली, बोइनपल्ली, चंदानगर, सामीरपेट, पटान चेरु पुलिस स्टेशन के अंतर्गत हत्याओं के अंजाम दिया. इन सभी थानों में आरोपी रामुलु के खिलाफ मामला दर्ज है. नार्सिंगी में महिला की हत्या के मामले में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी. उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने से उसे एर्रागड्डा मेंटल अस्पताल में भेजा गया था, जहां से वो साल 2011 में फरार हो गया था. इसके बाद वो फिर 2013 में गिरफ्तार हुआ और उसे उम्रकैद की सजा मिली. सजा काटने के बाद 2018 में वो रिहा हो गया. जिसके बाद भी उसका रवैया नहीं बदला और उसने पांच जगहों पर लूट और हत्याओं की वारदात को अंजाम दिया.
रिहा होने के बाद भी जारी रहा अपराधों का सिलसिला
उसे उम्रकैद की सजा दिलाने वाले साइबराबाद पुलिस इंस्पेक्टर राधा कृष्णा राव, जो फिलहाल ओएसडी हैं. उन्होंने कहा, ‘2009 में रामुलु को मैंने गिरफ्तार किया था. उस समय वो 6-7 अपराधों में शामिल था. हमारे तीन कॉन्स्टेबल ने 20-25 दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद आरोपी को अपनी गिरफ्त में लिया था.
आरोपी को दो मामलों में उम्रकैद की सजा मिली थी. जिसके बाद हाई कोर्ट के आदेश पर साल 2018 में उसको रिहा कर दिया गया था. मगर रिहा होने के बाद भी उसने अपराध करने का सिलसिला जारी रखा. रिहा होने के बाद उसने फिर दो अपराधों को अंजाम दिया. साल 2013 में उसे बोइनपल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था, हालांकि 2018 में वह जेल से रिहा हो गया. जेल से रिहा होने के बाद रामुलू ने दो महिलाओं की हत्या की.