भीलवाड़ा: जहरीली शराब ने मांडलगढ़ थाना क्षेत्र के सारण का खेड़ा गांव में 4 लोगों की जिंदगी लील ली. 5 लोगों की तबीयत बिगड़ गई, उन्हें गंभीर हालत में उपचार के लिए महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है. वहीं 4 लोगों की मौत से सारण का खेड़ा गांव में शोक की लहर छा गई. मृतकों में एक महिला सतूडी कंजर सहित हजारी बैरवा, सरदार भाट और दलेल सिंह शामिल है. वहीं अस्पताल में उपचाररत दो महिलाएं नीतू कंवर, मन्जू कंवर के साथ लादू सिंह, भौम सिंह और गुल्ला कंजर शामिल है. मृतकों में दलेल सिंह राजपूत की 3 माह पूर्व 29 नवम्बर 2020 में ही शादी हुई थी.
इससे पहले भी ऐसे मामले आ चुके सामने:
भीलवाड़ा जिले में 6 मई 2004 के लोकसभा चुनाव के दौरान गुलाबपुरा थाना क्षेत्र के कंवलियास ग्राम में जहरीली शराब से 7 लोगों की मौत और 5 लोगों के आंखों की रोशनी चल गयी थी. वहीं माण्डल थाना क्षेत्र के अमरगढ़ में 18 नवम्बर 2008 में जहरीली शराब से 4 लोगों की मौत हुई थी. इस माह की 21 जनवरी को सारण का खेड़ा कंजर कॉलोनी में आबकारी विभाग लक्ष्मण कंजर के यहां से 3 लीटर कच्ची शराब बरामद करने का मामला दर्ज किया था. गौरतलब है कि भरतपुर में भी जहरीली शराब से मौत के बाद मुख्यमंत्री ने इसकी रोक पर अभियान चलाया था मगर आबकारी विभाग की फौरी कार्यवाही से अभी तक बेरोकटोक से शराब बिक रही है.
गांव के पास ही बनाई जाती है हथकड़ शराब:
सारण का खेड़ा निवासी घायल भोम सिंह ने कहा कि हमारे घर पर कुछ मेहमान आये थे. जिन्हें लेकर गांव के पास ही हथकड़ शराब बनाने वाले के यहां ले गया था. जहां हम सभी ने शराब पी थी और उसके कुछ देर बाद ही हमारी हालत खराब हो गयी. वहीं ग्रामीण रणजीत सिंह ने कहा कि शराब पीने से 9 व्यक्तियों की हालत खराब हुई थी. जिनमें से 4 लोगों की मौत हो गयी है और 5 व्यक्तियों की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है.