UP: अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए देशभर से चंदा जुटाया जा रहा है. हर कोई अपने सामर्थ्य के हिसाब से राम मंदिर के लिए चंदा दे रहा है. 83 साल के संत स्वामी शंकर दास ने भी राम मंदिर के लिए चंदा दिया है. यहां सबसे बड़ी बात यह है कि 83 साल के संत स्वामी शंकर दास पिछले 60 साल से ऋषिकेश में नीलकंठ महादेव मंदिर को जाने वाले रास्ते पर एक गुफा में रह रहे हैं. स्वामी शंकर दास ने राम मंदिर के लिए एक करोड़ रुपए दान में दिए हैं. 60 साल से गुफा में रहने वाले साधु ने 1 करोड़ रुपए राम मंदिर के लिए दिए, जिसने भी यह सुना वो हैरान रह गया और हर कोई उनसे मिलने के लिए अब उस गुफा में पहुंच रहा है.
बाबा ने बताया कि उन्होंने इतनी बड़ी धनराशि पिछले कई सालों से उनसे मिलने आ रहे अनुयायियों द्वारा वहां चढ़ाए गए चढ़ावे से दी है. बाबा ने दावा कि 90 के दशक में उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को पत्र लिखा था और कहा था कि वे राम मंदिर पर तीन दिन में समझौता करवा सकते हैं.
बाबा ने कहा कि उनसे मिलने सीबीआई टीम भी आ चुकी है. बाबा एक करोड़े रुपए का चैक लेकर जब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मेन ब्रांच के पास पहुंचे तो कर्मचारी हैरान रह गए. पूरी जांच के बाद बैंक कर्मचारियों ने पाया कि चेक सही है.
हालांकि स्वामी शंकर दास सीधे तौर पर धनराशि को दान नहीं कर सकते थे. इसके बाद ऋषिकेश के आरएसएस प्रमुख सुदामा सिंघल सूचना मिलते ही तत्काल एसबीआई की मेन ब्रांच में पहुंचे और उन्होंने राम मंदिर में दान की गई राशि की रसीद बाबा को सौंपी. इसके बाद बैंक ने चेक को राम मंदिर निर्माण से जुड़े ट्रस्ट के अकाउंट में जमा कर दिया.
वहीं बाबा ने कहा कि वे इस राश को गुप्त दान में देना चाहते थे लेकिन वह इसी बात को इसलिए उजागर करने को तैयार हुए ताकि दूसरे लोग भी इससे प्रेरित हों और राम मंदिर के लिए बढ़-चढ़कर दान दें.