मुंबई: एक्टर पंकज त्रिपाठी आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. उनकी गिनती आज देश के सबसे टैलेंटेड अभिनेताओं में की जाती है. गरीबी से बुलंदी तक पहुंचने तक का सफर उनके लिए आसान नहीं था.
एक्टिंग की लाइन में उन्हें एक लंबा समय निकल गया है, लेकिन उन्हें पहचान बीते सालों में ही मिली है. पंकज त्रिपाठी आज चमकते हए सितारे हैं. उनका नाम आज बड़े स्टार्स में शामिल है. पंकज त्रिपाठी इस बात से तो सहमत हैं कि उन्हें असल पहचान डिजीटल प्लेटफॉर्म से मिली. खासतौर पर पंकज त्रिपाठी को ओटीटी प्लेटफॉर्मा पर ‘कालीन भैया’ के नाम से पहाचन मिली. मिर्जापुर में कालीन भैया का किरदार निभाने के बाद लोग उन्हें कॉमेडियन और गैंगस्टर के रोल में खास तौर पर पसंद करने लगे.
एक्टर ने बताया कि डिजिटल प्लेटफार्म ने उनके करियर को एक राह दी है. लोग अब उनके काम को पहचानते हैं. लोग अब उन्हें जानने लगे हैं. ओटीटी प्लेटफार्मा पर डेब्यू के बाद जिंदगी बदल गई. लोग उन्हें सम्मान देते हैं बतौर लीड एक्टर उनके अब हर जगह पोस्टर लगते हैं. पंकज ने कहा कि फिल्मों में मेकर्स उन्हें पोस्टर्स में नहीं लिया करते थे, लेकिन ओटीटी प्लेटफार्म ने बहुत कुछ बदल दिया.
पंकज के एक पोर्टल को दिए गए इंटरव्यू के मुताबिक- मैं कई सालों से हिंदी फिल्मों में काम कर रहा हूं फिर भी मुझे कभी किसी पोस्टर में जगह नहीं मिली, वहीं डिजिटल में मेकर्स ने मेरी फोटो पोस्टर में लगाकर मेरे टैलेंट को जगह दी.
पंकज आगे कहते हैं कि जब ओटीटी का ट्रेंड शुरू हुआ था तब ज्यादा स्टार्स नहीं थे और मेकर्स को कलाकारों की तलाश थी. ऐसे में कहा जाए कि उस समय पंकज त्रिपाठी का सिक्का चल गया. आज इंडस्ट्री में उनकी एक अलग पहचान है.
पंकज त्रिपाठी की मिर्जापुर के बाद क्रिमिनल जस्टिस भी लोगों को काफी पसंद आई. वहीं गुंजन सक्सेना द कारगिल गर्ल मूवी में भी उनके करिदार को काफी सराहा गया.