खास बातें:-
🛑 रांची में ट्रक चालक को अगवा कर खपाया था लाखों का प्याज
🛑 रांची के सदर थाना में 2017 में हुआ था मामला दर्ज
रांची: रांची में एक बड़े अपराधिक मामले की गुत्थी अब सुलझने के करीब है. रांची के सदर थाना में वर्ष 2017 में एक मामला दर्ज हुआ था. इसमें ट्रक में लदे लाखों के प्याज रांची के बाजार में बेचने और चालक के गायब होने का मामला दर्ज कराया गया था. एफ आई आर के बाद रांची पुलिस इस पर एक कदम भी नहीं उठा पाई. एक तरह से फाइल बंद कर दी गई थी. इसके कुछ दिन बाद इस मामले की जांच का जिम्मा सीआईडी को दिया गया. यह सीआईडी के लिए चुनौती भरा था. अब पूरे मामले से पर्दा उठने वाला है.
चालक का मोबाइल सोनहातू के एक गांव से 4 साल बाद बरामद किया गया हालांकि चालक का शव अभी नहीं मिला है. सीआईडी को जब यह मामला सौंपा गया तो उसके सामने भी एक तरह से बड़ी चुनौती थी. कोई सुराग नहीं था. f.i.r. में ट्रक चालक का मोबाइल नंबर था. उसके ईएमआई नंबर के जरिए पुलिस उस व्यक्ति तक पहुंची जिसके पास मोबाइल था. सोनहातू का रहने वाला 18 साल का एक आदिवासी लड़का सामने आया. उसने सीआईडी को बताया कि उसे यह मोबाइल खेत में मिला था. उस समय वह नाबालिग था. उसने शुक्रवार को मोबाइल सीआईडी को सौंप दिया. सीआईडी के वे अधिकारी जो इस मामले की जांच कर रहे हैं वह इस नतीजे पर पहुंच गए हैं कि हो सकता है कि चालक की हत्या कर दी गई है और प्याज लदे ट्रक को खपा दिया गया है.
वर्ष 2017 में प्याज की कीमत ₹100 किलो तक जा पहुंची थी. नासिक से प्याज लदा ट्रक जमशेदपुर के लिए निकला था. रांची में अपराधियों ने ट्रक चालक को लापता कर दिया था और पूरा प्याज पंडरा और अन्य इलाकों में खपा दिया था. चालक के मोबाइल के जरिए सीआईडी की टीम उन दो आरोपियों तक पहुंच गई जिन्होंने रांची के बाजार में लाखों के प्याज बेचे. सीआईडी ने टाटीसिलवे इलाके के रहने वाले रंजीत सिंह और सहदेव को गिरफ्तार कर लिया है.