नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) के सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने खैबर-पख्तूनख्वा के इलाके में एक प्रसिद्ध मंदिर को तोड़े जाने की घटना को गंभीरता से लिया है. पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान (Imran khan) सरकार को आदेश दिया है कि वह जल्द से जल्द इस मंदिर को बनवाए. इसके अलावा कोर्ट ने इमरान सरकार से समय सीमा का टाइम भी पूछा है.कोर्ट ने कहा है कि मंदिर बनाने के लिए पैसा आरोपियों से वसूला जाए.100 साल पुराने मंदिर को तोड़ा गया
बता दें पाकिस्तान की कट्टरपंथी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम पार्टी के लोगों ने 100 साल पुराने एक मंदिर के अंदर पहले तोड़फोड़ की उसके बाद मंदिर को आग लगा दी. यह मंदिर करक जिले के टेरी गांव की घटना है. इस घटना का हिंदू समुदाय की तरफ से कड़ी निंदा की गई है. मानवाधिकार कार्यकर्ता और अन्य समुदाय ने भी इस घटना की निंदा की. जिसके बाद इस पूरे मामले पर पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने स्वतं संज्ञान लिया है. कोर्ट ने सरकार से पूछा है कि क्या अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी या फिर कोई जुर्माना लगा है या नहीं ? जिसके जवाब में वकील ने बताया है कि अभी ऐसा कुछ नहीं हुआ है.प्रातीय सरकार ने 3 करोड़ दिए जाने का आश्वासन दिया
बता दें पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस गुलजार अहमद की अध्यक्षता वाले तीन जजों की पीठ ने इस मामले पर सुनवाई करते हुए प्रातीय सरकार को आदेश दिया था कि वह जल्द से जल्द इस मंदिर का निर्माण कराए. कोर्ट ने इसके अलावा मंदिर के लिए उन लोगों से पैसा वसूलने को भी कहा था जिन लोगों ने इसे तोड़ा है कोर्ट ने कहा था कि पैसा उन लोगों से वूसला जाना इसलिए भी जरुरी है क्योंकि उन लोगों को सबक सिखाया जा सके. वहीं दूसरी तरफ सरकार ने भी मंदिर बोर्ड को 3 करोड़ रुपए की राशि मुहैया कराए जाने का ऐलान किया था.
28 मार्च को होगा होली कार्यक्रम
बता दें कोर्ट ने इसके अलाावा इस साल के होली उत्सव को प्रहलाद मंदिर में मनाए जाने के लिए कहा है. कोर्ट ने प्रहलाद पुरी मंदिर 28 मार्च के होली मिलन समारोह के लिए तैयार करने का निर्देश दिया है. बता दें पाकिस्तान में करीब 70 लाख हिंदू रहते हैं. जबकि हिंदू संगठन इस आंकड़े को 90 लाख के करीब मानकर चलते हैं. बता दें पाकिस्तान के सिंध प्रांत में सबसे ज्यादा हिंदू रहते थे जो बंटवारे के बाद भारत चले आए थे. उनमें से कुछ लोग पाकिस्तान में ही रह गए थे. और वहीं हिंदू रीति रिवाज से पूजा पाठ करने लगे.