बुधवार को कुछ वकीलों ने शीर्ष अदालत में याचिका देकर इस मामले में स्वत: संज्ञान लेने की अपील की थी. वकील समूह का कहना है कि पूर्व मंत्री पर आरोप लगाने वाली छात्रा पिछले तीन दिनों से उत्तर प्रदेश से गायब है. इसलिए अदालत दखल दे. वकीलों के समूह ने इस मामले में एक चिट्ठी भी लिखी थी. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया और अब इस पर शुकव्रार को जस्टिस आर भानुमति की पीठ सुनवाई करेगी.
लापता हुई छात्रा ने एक वीडियो क्लिप में आरोप लगाया था कि चिन्मयानंद उसे प्रताड़ित कर रहे थे, जिसके बाद शाहजहांपुर पुलिस ने मंगलवार को चिन्मयानंद के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की थी. छात्रा के पिता ने पुलिस के पास एक शिकायत दर्ज करा कर आरोप लगाया था कि चिन्मयानंद ने उसका (छात्रा का) यौन उत्पीड़न किया है. हालांकि, भाजपा नेता के वकील ने इस आरोप का खंडन करते हुए दावा किया कि यह उन्हें ब्लैकमेल करने की एक साजिश है.
महिला के पिता ने आरोप लगाया कि वह (छात्रा) मुमुक्षु आश्रम के प्रमुख एवं 72 वर्षीय भाजपा नेता के इशारे पर लापता की गई. वह आश्रम द्वारा संचालित एक कॉलेज में स्नातकोत्तर (पीजी) की छात्रा है.
यूपी महिला आयोग अध्यक्ष ने की परिजनों से बात
आयोग द्वारा जारी बयान के मुताबिक बाथम ने पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर और ADG जोन, बरेली से बात की और उनसे मामले के बारे में बारे में विस्तार से जानकारी ली. आयोग ने बुधवार को शाहजहांपुर जिला प्रशासन से छात्रा के बारे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी.
बाथम ने संवादादाताओं से बातचीत में कहा, ‘हमने मामले का संज्ञान लिया है और इस संबंध में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर से रिपोर्ट मांगी है. हम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं और हम उम्मीद करेंगे छात्रा सुरक्षित घर वापस आये.’ शाहजहांपुर के महाविद्यालय से LLM कर रही छात्रा ने 24 जून को सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करके पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करने एवं उसे व उसके परिवार को जान का खतरा बताया था. इसके बाद चिन्मयानंद के खिलाफ अपहरण और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था.
आखिरी बार दिल्ली में देखी गई लापता छात्रा
लड़की के पिता हरीश चंद्र गुप्ता के मुताबिक 23 अगस्त को वीडियो वायरल होने के बाद पता लगाने पर लड़की के हॉस्टल के कमरे में ताला लगा पाया था. उसके बाद 24 अगस्त को दिल्ली के एक अनजान मोबाइल नंबर से उनकी बेटी का फोन आया जिसमें उसने बताया कि वह ठीक है. उसके बाद उसने कॉल खत्म कर दी. उसके बाद जब उसकी मां ने खुद उस नंबर पर फोन किया तो दिल्ली के एक होटल के कर्मचारी ने उठाया और बताया कि एक लड़की सफेद कार से आई थी और उसने मोबाइल का रीचार्ज खत्म होने की बात कहकर उसके फोन से बात की थी.
बुधवार को कुछ वकीलों ने शीर्ष अदालत में याचिका देकर इस मामले में स्वत: संज्ञान लेने की अपील की थी. वकील समूह का कहना है कि पूर्व मंत्री पर आरोप लगाने वाली छात्रा पिछले तीन दिनों से उत्तर प्रदेश से गायब है. इसलिए अदालत दखल दे. वकीलों के समूह ने इस मामले में एक चिट्ठी भी लिखी थी. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया और अब इस पर शुकव्रार को जस्टिस आर भानुमति की पीठ सुनवाई करेगी.
लापता हुई छात्रा ने एक वीडियो क्लिप में आरोप लगाया था कि चिन्मयानंद उसे प्रताड़ित कर रहे थे, जिसके बाद शाहजहांपुर पुलिस ने मंगलवार को चिन्मयानंद के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की थी. छात्रा के पिता ने पुलिस के पास एक शिकायत दर्ज करा कर आरोप लगाया था कि चिन्मयानंद ने उसका (छात्रा का) यौन उत्पीड़न किया है. हालांकि, भाजपा नेता के वकील ने इस आरोप का खंडन करते हुए दावा किया कि यह उन्हें ब्लैकमेल करने की एक साजिश है.
महिला के पिता ने आरोप लगाया कि वह (छात्रा) मुमुक्षु आश्रम के प्रमुख एवं 72 वर्षीय भाजपा नेता के इशारे पर लापता की गई. वह आश्रम द्वारा संचालित एक कॉलेज में स्नातकोत्तर (पीजी) की छात्रा है.
यूपी महिला आयोग अध्यक्ष ने की परिजनों से बात
आयोग द्वारा जारी बयान के मुताबिक बाथम ने पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर और ADG जोन, बरेली से बात की और उनसे मामले के बारे में बारे में विस्तार से जानकारी ली. आयोग ने बुधवार को शाहजहांपुर जिला प्रशासन से छात्रा के बारे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी.
बाथम ने संवादादाताओं से बातचीत में कहा, ‘हमने मामले का संज्ञान लिया है और इस संबंध में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर से रिपोर्ट मांगी है. हम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं और हम उम्मीद करेंगे छात्रा सुरक्षित घर वापस आये.’ शाहजहांपुर के महाविद्यालय से LLM कर रही छात्रा ने 24 जून को सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करके पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करने एवं उसे व उसके परिवार को जान का खतरा बताया था. इसके बाद चिन्मयानंद के खिलाफ अपहरण और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था.
आखिरी बार दिल्ली में देखी गई लापता छात्रा
लड़की के पिता हरीश चंद्र गुप्ता के मुताबिक 23 अगस्त को वीडियो वायरल होने के बाद पता लगाने पर लड़की के हॉस्टल के कमरे में ताला लगा पाया था. उसके बाद 24 अगस्त को दिल्ली के एक अनजान मोबाइल नंबर से उनकी बेटी का फोन आया जिसमें उसने बताया कि वह ठीक है. उसके बाद उसने कॉल खत्म कर दी. उसके बाद जब उसकी मां ने खुद उस नंबर पर फोन किया तो दिल्ली के एक होटल के कर्मचारी ने उठाया और बताया कि एक लड़की सफेद कार से आई थी और उसने मोबाइल का रीचार्ज खत्म होने की बात कहकर उसके फोन से बात की थी.