सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत आज जम्मू-कश्मीर दौरे पर रहेंगे. रावत श्रीनगर का दौरा कर घाटी की सुरक्षा स्थिति और तैयारियों की समीक्षा करेंगे. राज्य से अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद सेना प्रमुख बिपिन रावत का पहला जम्मू-कश्मीर दौरा है.
इससे पहले गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लद्दाख पहुंचे. इस दौरान लेह में उन्होंने 26वें किसान-जवान- विज्ञान मेले का उद्घाटन किया. बता दें कि सिंह का यह दौरा काफी खास था. अनुच्छेद 370 हटने के बाद यह उनका पहला दौरा था.
इस दौरान उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है, पाकिस्तान का इस पर कोई हक नहीं है. पाकिस्तान कब उसका था जो वह रोता रहता है. इस मुद्दे पर कोई भी देश पाकिस्तान का साथ नहीं दे रहा है. पाकिस्तान को पीओके में होने वाले मानवाधिकारों के उल्लंघन पर ध्यान देना चाहिए.
रक्षा मंत्री ने कहा, मैं पाकिस्तान से पूछना चाहता हूं कि कश्मीर उसका कब था? कश्मीर हमेशा से ही भारत का हिस्सा था और पाकिस्तान का कश्मीर पर कोई हक नहीं है. कहा, कश्मीर हमेशा से ही हमारे साथ रहा है और आगे भी रहेगा.
उन्होंने कहा, हम पाकिस्तान के साथ बातचीत कैसे कर सकते हैं, वह लगातार आतंकवाद का इस्तेमाल कर भारत को अस्थिर करने की कोशिश करता रहता है. हम पाकिस्तान के साथ अच्छे पड़ोसी का संबंध रखना चाहते हैं, लेकिन पहले उसे भारत के खिलाफ आतंकवाद का इस्तेमाल बंद करना होगा, कहा कि अब जब भी पाकिस्तान से बात होगी पीओके पर होगी.
राजनाथ सिंह ने कहा, कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान का कोई भी देश समर्थन नहीं कर रहा है. अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने मुझसे कहा कि अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को हटाना भारत का आंतरिक मामला है.
संसद ने फरवरी 1994 में एक सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित कर भारत के रुख को स्पष्ट कर दिया गया था. पाकिस्तान के अस्तित्व का भारत सम्मान करता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह कश्मीर पर बयान दे सकता है.