ब्यूरो चीफ
झारखंड हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश प्रशांत कुमार का शुक्रवार की सुबह निधन हो गया. उन्होंने मेदिका अस्पताल में सुबह 5.15 बजे अंतिम सांसें ली. 61 वर्षीय न्यायमूर्ति जस्टिस कुमार ने बिहार के विश्वेश्वर सेमिनरी स्कूल और वाराणसी के उदय प्रताप सिंह कालेज से विज्ञान में स्नातक किया था. बिहार राज्य बार काउंसिल से 1.10.1980 को वे एडवोकेट के रूप में जुड़े और काफी दिनों तक पटना हाईकोर्ट में प्रैक्टीस की. कुमार अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गये हैं.
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी स्व. प्रशांत कुमार को श्रद्धा सुमन अर्पित किया और शोक संतप्त परिवारजनों को सांत्वना दी.
न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार को झारखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अनिरुद्ध बोस के सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीश बनने के बाद 4.6.2019 को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश बनाया गया था. इससे पहले 21 जनवरी 2009 को उन्होंने झारखंड हाईकोर्ट में जज के रूप में शपथ ली थी. मई 2016 को इनका तबादला झारखंड से इलाहाबाद हाईकोर्ट कर दिया गया था.
उन्होंने बीमारी की वजह से सुप्रीम कोर्ट के कोलेजियम से झारखंड उच्च न्यायालय में तबादला करने का अनुरोध किया था. इन्हें 2018 में वापस झारखंड हाईकोर्ट भेजा गया था. इनके निधन के समाचार के बाद झारखंड हाईकोर्ट में मातम पसर गया.
झारखंड हाईकोर्ट के महानिबंधक अंबुज नाथ ने न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार के निधन को लेकर हाईकोर्ट समेत सभी अधीनस्थ न्यायालयों में शुक्रवार को अवकाश की घोषणा की है. इस संबंध में कार्यालय आदेश जारी किया है.