बालाघाट : मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में एक सेल्समैन महादेव वराड़े ने नई पहल की है. उनके वार्ड में बुजुर्ग और असहाय व्यक्तियों को परेशान नहीं होना पड़ता है, क्योंकि वह स्वयं राशन लेकर उनके घरों तक पहुंचते हैं. सेल्समैन की इस अनूठी पहल के चलते जिलाधिकारी दीपक आर्य ने इस व्यवस्था को पूरे जिले में लागू करने का निर्णय लिया है. कुछ लोग स्वयं राशन की दुकान पर सामान लेने नहीं जा पाते हैं. बढ़ती उम्र के कारण उनकी उंगली या अंगूठे का निशान पीओएस मशीन पर नहीं आ पाता है.
बालाघाट शहर में वार्ड क्रमांक एक की राशन दुकान के सेल्समैन महादेव वराड़े बताते हैं, कि राशन की दुकान से 650 कार्डधारक उपभोक्ताओं को मिट्टी का तेल, चीनी, गेहूं एवं नमक का वितरण किया जाता है. उन्होंने कहा, “जब मुझे किसी कार्डधारक की बीमारी या उसके राशन लेने के लिए आने की असमर्थता की सूचना मिलती है, तो मैं स्वयं अपनी दुकान की पीओएस मशीन लेकर समान के साथ उपभोक्ता के पास पहुंच जाता हूं.”
राशन दुकान की उपभोक्ता मूंगा बाई शेंडे का राशन कार्ड में अकेला नाम है और वे पैरों में चोट के कारण उचित मूल्य दुकान नहीं जा सकती हैं. इस स्थिति में राशन उनके घर तक पहुंचा दिया जाता है. पहली बार इस तरह की पहल से वे खुश है. वह उम्मीद करती है, कि इस सुविधा का उन्हें आगे भी लाभ मिलता रहेगा.
इसी तरह ललिता बाई गनवीर भी वृद्ध होने के चलते अपना राशन लेने उचित मूल्य दुकान पर नहीं जा पाती है, लेकिन अब उन्हें घर पर ही राशन मिल रहा है. इन दोनों उपभोक्ताओं की तरह ऐसे अन्य ग्राहक भी है, जिन्हें सेल्समैन महादेव वराड़े घर जाकर नियमित रूप से राशन प्रदान कर रहे हैं.