शव मिलने से गांव में शोक की लहर
रांची. झारखंड से नौकरी की तलाश में उत्तराखंड गये लोहरदगा जिले के 9 लापता लोग चमोली हादसे के बाद से लापता थे, इनमें से गुरुवार को एक युवक का शव बरामद किया गया है, जबकि 8 अन्य की तलाश जारी है.
चमोली हादसे में लोहरदगा के लापता नौ मजदूरों में एक का शव मिल गया है,उसकी 30 वर्षीय विक्की भगत के शव की पहचान लोहरदगा से जिला प्रशासन की चमोली भेजी गई टीम में शामिल उसके पिता करमदास भगत ने की है. लोहरदगा उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो ने बताया कि उत्तराखंड सरकार से समन्वय कर विक्की का शव अंतिम संस्कार के लिए लोहरदगा लाया जाएगा.
इधर बेठहठ गांव में सदमे और गम का माहौल गहराता जा रहा है. जिले के 9 मजदूर एनटीपीसी के डैम और टनल में काम करने चमोली गए थे. इनमे से सभी नौ श्रमिक उत्तराखंड जल प्रलय के बाद लापता हो गए थे. इनकी खोजबीन के लिए जिला प्रशासन ने टीम चमोली भेजी थी, जो वहां मिले शवों की पहचान करने में जुटी है टीम की अगुवाई जिला श्रम अधीक्षक धीरेंद्र महतो कर रहे हैं लापता मजदूर के परिजनों को भी चमोली भेजा गया है.
इधर, विक्की भगत का शव मिलने के बाद उसके पिता करमदास भगत सदमे में चले गये है. उन्होंने इस घटना को असहनीय बताया है. विक्की भगत लोहरदगा जिले के किस्को प्रखंड के बेटहठ पंचायत के महुरांगटोली का रहने वाला था. शव की पहचान होने से गांव में शोक का माहौल है.