धोखाधड़ी के एक मामले में कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ है। चार साल पहले इस मामले में तेलंगाना के खम्मम में एफआइआर दर्ज हुई थी। रेणुका के खिलाफ यह गिरफ्तारी वारंट खम्मम जिले के प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट ने जारी किया। आरोप है कि रेणुका चौधरी पुलिस की जांच में सहयोग नहीं कर रही थीं जिसके बाद उनके खिलाफ अदालत ने गैर जमानती वारंड जारी किया।
कांग्रेस के कई नेता इन दिनों कानून के निशाने पर आ गए हैं। इससे पहले आईएनएक्स मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम को सीबीआइ ने अपनी हिरासत में ले लिया था। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम की अग्रिम जमानत का विरोध करते हुए कहा था कि उसके पास चिदंबरम के खिलाफ मनी लांडिंग के पुख्ता सुबूत हैं। इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम की अग्रिम जमानत खारिज कर दी थी।
बीते लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने रेणुका चौधरी को तेलंगाना की खम्मम लोकसभा सीट से उतारा था, लेकिन वह हार गई थीं। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के नामा नागेश्वर राव ने उन्हें लगभग 1.70 लाख वोटों से हरा दिया था। बीते दिनों राज्य सभा के एक सत्र में रेणुका चौधरी की हंसी सुर्खियों में आई थी। उनके तेज ठहाकों पर सभापति वेंकैया नायडू ने आपत्ति जताई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कलावती नाम की महिला ने रेणुका चौधरी के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में शिकायत की थी।