चेन्नई: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने शुक्रवार शाम को चंद्रयान-2 अंतरिक्ष यान को चांद के और करीब ले जाने के लिए चौथी बार कक्षा में सफलतापूर्वक परिवर्तन किया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (आईएसआरओ) ने कहा कि अंतरिक्ष यान के स्थान में बदलाव का कार्य शाम 6.18 बजे शुरू हुआ, जिसके लिए ऑनबोर्ड प्रोपल्शन प्रणाली का 1,155 सेकेंड के लिए उपयोग किया गया।
इस तरह यह 124 किमी गुणा 164 किलोमीटर की अगली कक्षा में पहुंच गया है।
अंतरिक्ष यान के सभी पैरामीटर सामान्य हैं।
अगला चंद्रमा से जुड़े कक्षा में परिवर्तन एक सितंबर को निर्धारित है, जो शाम 6 बजे से 7 बजे के बीच होगा।
चंद्रयान-2 को 22 जुलाई को भारत के भारी वजनी रॉकेट जियोसिनक्रोनिस सैटेलाइट लॉन्च व्हिकल-मार्क-3 (जीएसएलवी एमके 3) द्वारा अंतरिक्ष में लॉन्च किया गया था।
अंतरिक्ष यान तीन भागों का बना है, जिसमें आर्बिटर (वजन 2,379 किग्रा, आठ पेलोड), लैंडर ‘विक्रम’ (1,471 किग्रा, चार पेलोड) व रोवर ‘प्रज्ञान’ (27 किग्रा, दो पेलोड) शामिल हैं।