मुंबईः मुंबई स्थित उद्योगपति अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर खड़ी स्कॉर्पियो से जिलेटिन बरामद होने के मामले में नया मोड़ सामने आया है. जिसमें पूरे मामले की कड़ी दिल्ली के तिहाड़ जेल से जुड़ रही है. बताया जा रहा है कि जिस टेलीग्राम चैनल से जैश-उल-हिंद ने एक पोस्टर शेयर कर धमकी दी थी, उसे तिहाड़ जेल में बनाया गया था. सुरक्षा एजेंसियों ने नंबर को ट्रैक कर लिया है. अब आगे की जांच की जा रही है.
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक एक आधिकारिक सूत्रों से पता चला है कि निजी फर्म को एक जांच एजेंसी द्वारा फोन के स्थान को ट्रैक करने के लिए कहा गया था जिस पर टेलीग्राम चैनल बनाया गया था.
इस मामले में मुंबई क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट में कार्यरत सचिन वाजे को उनके पद से हटा दिया गया है. बता दें कि सचिन वाजे वहीं अधिकारी हैं जो उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर एक स्कॉपियों में मिली जिलेटिन की छड़ मामले की जांच से जुड़े थे. स्कॉपियो के मालिक मनसुख हिरेन की मौत के बाद उनकी पत्नी और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने वाजे पर कई गंभीर आरोप लगाए थे.
फडनवीस ने महाराष्ट्र विधानसभा में मंगलवार को कहा कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर पिछले महीने विस्फोटक से लदी जो कार मिली थी, वह घटना के चार महीने पहले तक वाजे के कब्जे में थी. कार के मालिक मनसुख हिरेन को बाद में मृत पाया गया. फडनवीस ने दावा किया कि मनसुख हिरेन की पत्नी को शक है कि वजे ने उनके पति की हत्या कर दी.