रांचीः झारखंड सरकार के सहकारिता विभाग के अधिकारी जयदेव प्रसाद सिंह के खिलाफ एसीबी ने प्रीलिमिनरी इंक्वायरी(पीई) दर्ज की है. राज्य सरकार के मंत्रिमंडल निगरानी विभाग के द्वारा अनुमति मिलने के बाद एसीबी ने पीई दर्ज की है, जिसमें जयदेव प्रसाद सिंह को विभिन्न पदों पर रहते हुए पद का दुरूपयोग कर आय से अधिक 2 करोड़ 64 लाख 15 हजार 6 रुपये की संपत्ति अर्जित करने का आरोपी बताया गया है. लोकायुक्त के यहां झारखंड राज्य सहकारिता बैंक के महाप्रबंधक पद पर रहते हुए साथ ही पूर्व में विभाग के कई अहम पदों पर रहते हुए पद के दुरूपयोग कर संपत्ति अर्जित करने की शिकायत की गई थी. लोकायुक्त को मिली शिकायत के आधार पर एसीबी ने मामले में शुरूआती जांच की थी. जांच में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के तथ्य सामने आने के बाद एसीबी ने पीई की अनुमति मांगी थी. आरोप था कि सहकारिता बैंक में महाप्रबंधक, सहकारिता विभाग में विशेष कार्य पदाधिकारी, समेकित शहरी विकास परियोजना में अनुश्रवण पदाधिकारी, वेजफेड में निदेशक रहते हुए जयदेव प्रसाद सिंह ने पद का दुरूपयोग किया.
एसीबी की शुरूआती जांच में किन आरोपों की हुई है पुष्टि
एसीबी के अधिकारी मो गुलाम शाहीद ने जयदेव प्रसाद सिंह पर लगे आरोपों की शुरूआती जांच की थी. जांच में यह बात सामने आयी थी कि जयदेव प्रसाद सिंह की पत्नी विभा सिंह के नाम पर दो, जबकि बेटे कीर्तियानंद के चार बैंक खातों में कुल 30 लाख 71 हजार 329 रुपये जमा हैं. जबकि जयदेव प्रसाद ने गिरिडीह में विभा मैरिज हॉल नाम से एक मैरेज हॉल भी बनाया है. उसपर निर्माण में अबतक 20 लाख का खर्च आया है. वहीं विभा ट्रैवल्स का संचालन भी जयदेव प्रसाद सिंह के समधी महेंद्र सिंह के द्वारा किया जाता है, ट्रैवल एजेंसी के पास पांच बसें हैं.
जयदेव प्रसाद पर आरोप है कि सहकारिता बैंक के मुख्य शाखा में महाप्रबंधक रहते हुए निर्माण में अनियमिता की गई. अनियमितता कर 1.23 करोड़ रुपये का दुरूपयोग किया गया. साजसज्जा, मरम्मती, नवीकरण के नाम पर अनियमितता बरती गई. राज्य अनुश्रवण पदाधिकारी के पद पर रहते हुए 35 लाख में तीन वाहनों की खरीद में अनियमितता बरती गई. वेजफेड में निदेशक रहते हुए 14 कंप्यूटर सहायकों की गलत नियुक्ति, नगड़ी स्थित पॉली हाउस के निर्माण, आवंटन में अनियमितता, बोड़ेया कोल्ड स्टोरेज के संचालक के साथ मिलकर गड़बड़ी करने का आरोप लगा था. इस संबंध में लोकायुक्त के यहां शिकायत भी की गई थी