भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने पश्चिम बंगाल में हथियार डाल दिए.
प्रतुल ने कहा कि बिहार की तरह झारखंड मुक्ति मोर्चा का पश्चिम बंगाल में भी खाता नहीं खुलने वाला था.यह बात झामुमो के शीर्ष नेतृत्व को अच्छे से पता था इसलिए वह समय रहते मैदान छोड़कर भाग गए हैं.
कहा कि बड़े-बड़े दावे कर के झामुमो ने बंगाल में चुनाव लड़ने की घोषणा की थी और अपने नेताओं को भी बंगाल भेजा था.लेकिन उन्हें बंगाल की हवा की रुख से पता चल गया कि इस बार भाजपा के सामने किसी दल की नहीं चलने वाली.इसीलिए वो मैदान छोड़कर भाग गए.
प्रतुल ने कहा इससे पूर्व बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को नसीहत देते हुए कहा था की उनसे झारखंड नहीं संभल रहा और वह बंगाल चुनाव लड़ने आ गए. अब चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा करके मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी बात को स्वीकार लिया कि झारखंड उनसे सम्भल नहीं रहा.प्रतुल ने कहा कि झामुमो के शीर्ष नेतृत्व ने घोषणा की थी कि बंगाल के 40 सीटों में वह मजबूत स्थिति में है लेकिन जमीनी स्तर पर काम करने के बाद उन्हें पता चल गया कि उनका राजनीतिक वजूद है ही नहीं.अब अपनी सुनिश्चित हार को छुपाने के लिए झामुमो ने मैदान ही छोड़ दिया.