पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों के जबरन धर्मांतरण के खिलाफ दिल्ली में सिख समुदाय प्रदर्शन कर रहा है. वह पड़ोसी देश में रहने वाले सिख परिवारों की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं. पाकिस्तान में पहले एक सिख लड़की को अगवा करके उससे जबरन इस्लाम कबूल कराया गया और फिर एक मुस्लिम युवक के साथ उसका निकाह कर दिया. वहीं रविवार को कॉलेज जाते समय एक हिंदू लड़की को अगवा करके उसके धर्मांतरण की बात सामने आई है. इसके बाद इमरान खान की पार्टी के कार्यकर्ता के साथ उसका निकाह करा दिया गया. इसे लेकर भारतीयों में रोष है. इसी बीच पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर सिख समुदायों ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पुतला फूंक दिया.
सिख समुदाय के सदस्य पाकिस्तान उच्चायोग को एक ज्ञापन सौंपने की कोशिश कर रहे थे, तभी उन्हें रोक दिया गया. इससे सिखों को गुस्सा आ गया और उन्होंने हिंसक विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. उच्चायोग के बाहर मौजूद पुलिस कर्मी प्रदर्शनकारियों को अंदर आने से रोकने के लिए संघर्ष करते हुए दिखाई दिए. प्रदर्शनकारी पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगा रहे थे और पुलिस पोस्ट पर खड़े हो गए.
गुरुद्वारे के ग्रंथी की बेटी का किया जबरन धर्मांतरण
गुरुद्वारा तंबू साहिब के ग्रंथी (पुजारी) की 19 साल की सिख लड़की का बंदूक की नोक पर धर्म परिवर्तन कराया गया. इसके बाद मुस्लिम शख्स से उसकी शादी करा दी गई. ननकाना पुलिस स्टेशन ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर आठ लोगों को गिरफ्तार किया, वहीं पीड़िता को उसके माता-पिता के पास भेज दिया गया है. घटना के बाद पाकिस्तान में कार्यरत अलग-अलग सिख संगठनों ने भी एक 30 सदस्य कमेटी का गठन किया है. यह कमेटी पाकिस्तान सरकार द्वारा मंत्री राजा बशारत की अध्यक्षता में गठित कमेटी के समक्ष इस मामले में अपना पक्ष रखेगी. मामले को लेकर पाकिस्तान और भारत में कई संगठन और लोगों ने विरोध दर्ज कराया है.
कॉलेज छात्रा का जबरन कराया धर्मांतरण
पाकिस्तान के सिंध के सक्खर इलाके से एक हिंदू लड़की का अपहरण करके जबरन इस्लाम कबूल कराया गया है. लड़की का अपहरण उस समय किया गया जब वह कॉलेज में पढ़ने जा रही थी. वह स्नातक की पढ़ाई कर रही है. आशंका जताई जा रही है कि अगवा लड़की इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ के एक सदस्य मिर्जा दिलावर बेग के कब्जे में है.