बीएनएन डेस्कः भारत और इंग्लैंड के बीच हुए दूसरे टेस्ट में भारत की जीत के साथ ही रातोंरात एक खिलाड़ी क्रिकेट जगत का उभरता हुआ सितारा बन गया. वह कोई और नहीं बल्लि 22 साल के ईशान किशन ) हैं. इंग्लैंडड (England) के खिलाफ डेब्यू मैच में रिकॉर्ड बनाने के बाद तीसरे मैच में भी सभी की निगाहें उन पर रहेंगी. लेकिन ये रातों रात मिली सफलता सिर्फ एक दिन की नहीं बल्कि कई सालों की मेहनत का नतीजा है. आज हर कोई ईशान किशन के बारे में जानना चाहता है.
महज 6 साल की उम्र में ईशान के हाथों में क्रिकेट का बल्ला पकड़वाने वाले शख्य अमीकर दयाल हैं, जिनकी अपनी खुद की क्रिकेट अकेडमी (Cricket Academy) है. उस वक्त ईशान अपने पिता के साथ पटना के मोइनुल हक स्टेडियम (Moin-ul-Haq Stadium) पहुंचे. जिसके बाद कई सालों तक अमीकर दयाल की क्रिकेट अकेडमी में जमकर प्रैक्टिस करते थे. शायद यह कहना गलत नहीं होगा कि ईशान ने अपने पहले कोच अमीकर दयाल से क्रिकेट के गुर सीखे.
ईशान ने करीब 17 सालों तक नेट में कड़ी मेहनत की. सारे खिलाड़ियों के जाने के बाद भी ईशान अपनी कमियों को सुधारने के लिए घंटों नेट प्रैक्टिस करते रहते थे. यही वजह रही की ईशान ने अपने खेल से सबको प्रभावित किया. चाहे वो घरेलू क्रिकेट हो (Domestic Cricket), इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) हो या फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट (International Cricket), उन्होंने सभी में अपने आप को बेहतर साबित किया.
ईशान किशन बीते साल इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) में मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के लिए सर्वाधिक 529 रन बनाने वाले बल्लेबाज़ रहे. रविवार को उनके अर्धशतक के साथ ही उनके लगाए चार छक्के की भी चर्चा रही. वहीं इसी आईपीएल (IPL) में वो सबसे ज्यादा 30 छक्के लगाने वाले बल्लेबाज़ भी थे. इसके साथ ही ईशान आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए सचिन तेंदुलकर और रिकी पोटिंग जैसे खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर कर चुके हैं.
ईशान बिहार के पटना के रहने वाले हैं, लेकिन बतौर क्रिकेट उन्हें पहचान झारखंड के लिए खेलते हुए मिली. इसलिए जब ईशान मोटेरा में दूसरे टी20 मैच के लिए आतिशी बल्लेबाज़ी कर रहे थे तब जश्न पटना और राँची (दोनों जगह साथ मनाया जा रहा था. रिपोर्ट्स के अनुसार, “ये बिहार के लाल का कमाल है.” जबकि झारखंड उनकी चर्चा “झारखंड के उदयीमान क्रिकेटर” के रूप में है. हालांकि, ईशान के पिता पेशे से एक बिल्डर हैं और पटना में रहते हैं. ईशान की पहचान को लेकर वे कहते हैं, “अब तो यह चर्चा ही नहीं होनी चाहिए कि वह बिहार का है या झारखंड का, क्योंकि अब भारत के लिए खेल रहा है. बिहार उसकी जन्मभूमि है और झारखंड कर्मभूमि.”