मुंबई: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने ठाणे के व्यवसायी मनसुख हिरेन की मौत के मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है. महाराष्ट्र पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने भी मामले में अपनी जांच तेज कर दी है. 25 फरवरी को दक्षिण मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास पाई गई एसयूवी महिंद्रा स्कॉर्पियो का मालिक मनसुख हिरेन था. जिसमें से बीस जिलेटिन की छड़ें और एक धमकी भरा नोट मिला था. दिलचस्प बात यह है कि पूछताछ के दौरान हिरने ने दावा किया था कि मुलुंड-ऐरोली रोड से 17 फरवरी को उनकी कार चोरी हो गया थी, जब वह मुंबई जा रहे थे. रिपोर्ट के अनुसार, एटीएस को पता चला है कि हिरेन और सचिन वाजे ने 17 फरवरी को ब्लैक कलर की मर्सिडीज बेंज (जो अब एनआईए द्वारा जब्त कर ली गई है) में जनरल पोस्ट ऑफिस (जीपीओ) के पास 10 मिनट की बातचीत की थी, उसी दिन जब हीरान की एसयूवी कथित रूप से चोरी हो गई थी. विवादास्पद सहायक पुलिस इंस्पेक्टर (एपीआई) सचिन वाजे को 13 मार्च को एनआईए द्वारा गिरफ्तारी के बाद सस्पेंसड कर दिया गया था. वर्तमान में एंटीलिया के पास विस्फोटक से भरी एसयूवी रखने में उनकी भूमिका की जांच की जा रही है.
एटीएस ने अपनी जांच में यह भी पाया कि हिरेन और वाजे संपर्क में था. कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) से पता चलता है कि हिरेन और वाजे ने 3 मार्च और 4 मार्च को भी फोन पर बात की थी, विशेष रूप से 4 मार्च को ही हिरेन लापता हो गया था. एटीएस को संदेह है कि हिरेन की हत्या 4 मार्च को 4 बजे सुबह से 10 बजे के बीच की गई थी. हिरेन का शव मुंब्रा में एक नाले से मिला था. एटीएस ने गुरुवार रात को मुंबई के तीन अपराध शाखा निरीक्षकों का बयान दर्ज किया. अधिकारी अपराध शाखा की विभिन्न इकाइयों से जुड़े हैं. तीन में से एक सुनील माने है, जो मुंबई के कांदिवली इलाके में अपराध शाखा इकाई 11 का वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक है. एक रिपोर्ट बताती है कि तीनों अधिकारी वाजे के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए थे. अब यह सामने आया है कि वाजे एंटीलिया के पास उस जगह पर मौजूद था, जहां 25 फरवरी को विस्फोटक से भरी एसयूवी खड़ी थी. मौके से भागने के लिए वाजे ने पुलिस की गाड़ी (टोयोटा इनोवा) का इस्तेमाल किया था. बाद में इनोवा को मुंबई पुलिस आयुक्तालय कार्यालय से जब्त कर लिया गया. विक्रोली पुलिस स्टेशन में चोरी की गई एसयूवी की एफआईआर भी एक दिखावा लगता है. एनआईए अधिकारियों को संदेह है कि वाहन कभी चोरी नहीं हुआ. एक रिपोर्ट बताती है कि वाहन को ठाणे में वाजे के घर पर पार्क किया गया था. वाजे पिछले कुछ महीनों से हिरेन की एसयूवी का उपयोग कर रहा था, जो उसने 5 फरवरी को लौटा दी थी. एंटीलिया के पास स्कॉर्पियो रखने के बाद, वाजे ने अपने घर की पार्किंग में खड़ी एसयूवी के सीसीटीवी फुटेज को जब्त करने के लिए डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (डीवीआर) ले लिया. दिवंगत मनसुख हिरेन की पत्नी विमला हिरेन ने 7 मार्च को एटीएस को एक बयान दिया, “मुझे संदेह है (एपीआई) वाजे ने मेरे पति की हत्या कर दी होगी.”