रांचीः भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने राज्य सरकार पर उद्योगों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया.प्रतुल ने कहा की एक ओर मुख्यमंत्री दिल्ली जाकर उद्योगपतियों को झारखंड में निवेश करने के लिए बुला रहे हैं. वहीं दूसरी ओर पहले से लगे उद्योग,जिस पर हजारों लोग आश्रित हैं,वे बंद हो रहे.प्रतुल ने कहा रांची में ओरियंट क्राफ्ट ने इरबा और खेलगांव में दो टेक्सटाइल यूनिट लगाई थी जो 1 साल चलने के बाद अगस्त 2020 में बंद हो गई. कंपनी ने साफ तौर पर आरोप लगाया कि झारखंड की टेक्सटाइल पॉलिसी के तहत 1 साल से उसे सब्सिडी नहीं दी गई जबकि कंपनी ने अनेक बार सरकार से गुहार लगाई थी. इन दोनों यूनिटों में के बंद होने से 3500 परिवारों के जीवन यापन पर प्रश्नचिन्ह लग गया. राज्य सरकार इस कंपनी को पुनर्जीवित करने के लिए कोई योजना लेकर नहीं आ रही बल्कि उल्टे इस कंपनी से जमीन वापस ले रही है. इसी तरह पूर्ववर्ती सरकार में जिन कंपनियों ने निवेश की इच्छा जताई थी और जिनका काम भी आगे बढ़ गया था,उनको राज्य सरकार की तरफ से अपेक्षाकृत मदद नहीं मिल रहा.प्रतुल ने कहा झारखंड में पहले से बंद पड़े रुग्ण उद्योगों को सरकार के द्वारा चालू करने की कोई योजना नहीं है .लेकिन सिर्फ एक हवा हवाई माहौल तैयार करने के लिए सरकार के द्वारा निवेशकों को बुलाने का नाटक किया जा रहा है.प्रतुल ने कहा कि अगर पहले से निवेश कर चुके उद्योगों के हितों की रक्षा नहीं होगी तो कोई निवेशक झारखंड में किसी भी क्षेत्र में निवेश करने से परहेज करेगा. राज्य सरकार को चाहिए कि वह झारखंड में पहले से निवेश कर चुके निवेशको और यहां लगे छोटे और मध्यम उद्योगों की रक्षा करने हेतु कारगर कदम उठाएं.