पटना: रेलवे स्टेशनों पर विज्ञापन, वेंडरों के साथ एग्रीमेंट आदि को लेकर सीबीआई और निगरानी ब्यूरों की टीम ने शुक्रवार को पटना जंक्शन पर छापा मारा. 4 घंटे से अधिक देर तक चली छापेमारी की कार्रवाई के दौरान दोनों जांच एजेंसियों की टीम ने स्टेशन पर काम-काज की गहराई से छानबीन की. छापेमारी के बाद सीबीआई की टीम अपने साथ कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी ले गई.
पटना जंक्शन पर सीबीआई और निगरानी की टीम के छापे के दौरान जांच एजेंसियों के अधिकारियों ने इस बात की पड़ताल की कि स्टेशन पर नियमों के मुताबिक काम हो रहा है या नहीं. जानकारी के अनुसार शुक्रवार को पटना समेत देशभर के 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सीबीआई ने सरकारी दफ्तरों और रेलवे जंक्शनों पर एक साथ धावा बोला.इसी के तहत पटना जंक्शन पर भी छापेमारी की गई. सूत्रों ने बताया कि सीबीआई के साथ रेलवे की विजिलेंस टीम भी थी.
छापेमारी के दौरान टीम में शामिल अधिकारियों ने जंक्शन पर प्रदर्शित होर्डिंग के बारे में जानकारी ली. साथ ही जंक्शन पर लगे टीवी में दिखाए जा रहे विज्ञापन के बारे में भी पूछताछ की. जांच अधिकारियों ने स्टेशन पर विज्ञापन दिखाने के लिए जिस एजेंसी के साथ करार हुआ है, इसकी भी जांच की. वहीं, पटना जंक्शन पर वेंडरों को दिए गए लाइसेंस की भी पड़ताल की. उन्होंने वेंडरों के मेडिकल प्रमाणपत्र में मामूली गड़बड़ियों के सबूत इकट्ठा किए. सीबीआई और निगरानी ब्यूरो की टीम की कार्रवाई से जंक्शन और आसपास के इलाके में हड़कंप मचा रहा. 4 घंटे बाद जब दोनों एजेंसियों के अधिकारी जंक्शन से रवाना हुए, तब जाकर स्टेशन पर तैनात रेलवे अफसरों की जान में जान आई.