1940 के रामगढ़ अधिवेशन को लेकर कांग्रेस का स्मृति उत्सव
रामगढ़:- साल 1940 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 53 वें महाधिवेशन की याद में शक्रवार को रामगढ़ में पार्टी की ओर से यादों की गोद में स्मृति उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पार्टी के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह राज्य के वित्त तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने दीप प्रज्ज्वलित कर सम्मेलन का उद्घाटन किया.
रामगढ़ के ऐतिहासिक कांग्रेस अधिवेशन के उपलक्ष्य में आयोजित स्मृति उत्सव के मौके पर कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी ने अपने संदेश में कहा कि आज संवैधानिक ढांचे और स्वतंत्रता के बाद से प्राप्त लाभ दोनों के लिए भारत को एक समान चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने अपने संदेश में यह भी कहा कि स्वतंत्रता समानता और बंधुत्व और न्याय के मूलभूत मूल्य पर इन बेहद प्रतिगामी तत्वों द्वारा एक अभूतपूर्व हमला किया गया है नागरिकों की गरिमा और स्वतंत्रता पर अंकुश लगाया जा रहा है ,ऐसी स्थिति में पार्टी की विरासत और संगठन के संस्थापकों द्वारा परिकल्पित भारत के विचार को सुरक्षित रखने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं की एक नैतिक जिम्मेवारी है. उन्होंने उम्मीद जताई कि झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के 53 में अधिवेशन से प्रेरणा लेगी और अपने मूल्यों को आगे बढ़ाने और सभी के लिए बेहतर झारखंड बनाने के लिए अपने प्रयास को दोगुना करेगी.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरू से ही किसानों के साथ खड़ी रही है लेकिन केंद्र में भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के कारण आज किसानों संकट में है. उन्होंने कहा कि देश को सावधान रहना होगा खासकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को विशेष कर सावधान रहना होगा. भाजपा देश के लोगों को बांटने में लगी हुई है, भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण देश मंदी में चला गया है और देश की संपत्तियों को बेचा जा रहा है. उन्होंने कहा हम अरजे थे ,ये खर्चे किए जा रहे हैं. अर्थात कांग्रेस शासनकाल में सार्वजनिक संपत्ति के माध्यम से देश में विकास की नींव रखी और लोगों का कल्याण किया गया. लेकिन अब भाजपा शासन काल में देश की सार्वजनिक संपत्तियों को एक-एक कर बेचा जा रहा है. देश में नफरत फैलाई जा रही है. उन्होंने कहा कि 1940 के महापुरुषों को हम याद कर रहे हैं इससे निश्चित रुप से पार्टी भी मजबूत होगी और देश की संप्रभुता भी अक्षुण्ण रहेगी, डॉ रामेश्वर उराँव ने कहा आजादी के बाद 73 वर्षों में कांग्रेस पार्टी ने कई काम किया, भोजन, वस्त्र ,आवास, शिक्षा तकनीक हर स्तर पर देश को आत्मनिर्भर किया,पंचवर्षीय योजनाओं के माध्यम से समाज के हर वर्गों का उत्थान किया,मनरेगा,खाद्य सुरक्षा कानून, शिक्षा व भोजन का अधिकार कानून,हरित क्रांति,श्वेत क्रांति,सूचना क्रांति तमाम काम किए गये जिसपर देश आज नाज करता है.रामगढ़ के आज का सम्मेलन झारखंड के कांग्रेस जनों को नई शक्ति और उर्जा का संचार करेगा,सोनिया गांधी की विशेष नजर आज के अधिवेशन पर थी.
राज्य के ग्रामीण विकास मंत आलमगीर आलम ने अपने संबोधन में कहा कि आजादी के पहले कांग्रेस पार्टी के तमाम बड़े नेताओं ने जिस सोच और समर्पण तथा ईमानदारी के साथ देश के विकास की बुनियाद रखी थी .पार्टी के नेता लगातार उनके दिखाए रास्ते पर चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने कृषि विकास, भारी उद्योग निर्माण, स्वास्थ्य ,इंजीनियरिंग ,मेडिकल,पथ निर्माण, सिंचाई, जल संसाधन और पेयजल सुविधा के विकास को लेकर जो नींव रखी थी, उसी दिखाए पर रास्ते पर चलकर पार्टी आज लगतार जन कल्याण के लिए काम कर रही है . यूपीए शासनकाल में ही गरीब आदिवासियों के हित में मनरेगा, वन अधिकार कानून, शिक्षा का अधिकार कानून और खाद्य आपूर्ति कानून बने जो आज मील का पत्थर साबित हो रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस के समय देश को मनरेगा और खाद्य सुरक्षा कानून के महत्व का पता चला.
कृषि मंत्री बादल ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व में आजादी की जो लड़ाई लड़ी गई , उस संघर्ष के जज्बे को वे आज नमन करते हैं. उन्होंने कहा कि देश आज एक बार फिर संकट में है . केंद्र सरकार द्वारा लाए गए 3 नये कृषि कानून से देश भर के किसान आंदोलनरत है. एक और कांग्रेस नेतृत्व वाली पिछली केंद्र सरकार ने किसानों का कर्ज माफ करने का काम किया था उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए राज्य सरकार ने भी किसानों का कृषि ऋण माफ किया है और आगामी वित्तीय वर्ष में भी इसके लिए आवश्यक प्रावधान किए जा रहे हैं.
इस मौके पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की ओर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे,लाल किशोर नाथ शाहदेव एवं डा राजेश गुप्ता छोटू ने रामगढ़ अधिवेशन के 81 वें वर्षगाँठ के मद्देनज़र 81 किलोग्राम का माला प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव और अन्य अतिथियों को पहनाया गया.जबकि सम्मेलन को कृषि मंत्री बन्ना गुप्ता, राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू,पूर्व मंत्री भारत सरकार सुबोध कान्त सहाय, विधायक अंबा प्रसाद,दीपिका पांडे सिंह,अनूप सिंह,उमाशंकर अकेला,राजेश कच्छप, इरफान अंसारी समेत अन्य नेताओं ने संबोधित किया.