जमशेदपुरः स्वर्णरेखा और खरकाई नदी लौहनगरी के लिए लाइफलाइन के समान है, लेकिन इसे प्रदूषित करने में हम कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. जल दिवस से एक दिन पहले झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भी रविवार सुबह स्वर्णरेखा नदी की सफाई के लिए दोमुहानी तट पर पहुंचे.
इस दौरान बन्ना गुप्ता ने स्वच्छता पुकारे टीम के संग अपनी टीम के साथ नदी की तलहटी की सफाई की. खुद भी श्रमदान किया और नदी की पेटी से पुराने प्लास्टिक के बोतल, पॉलिथीन, मूर्तियों के अवशेष और पुरानी बोतलों को निकाले. बन्ना गुप्ता ने घोषणा की है कि वे प्रत्येक रविवार को नियमित रूप से इस अभियान से जुड़ेंगे. साथ ही सभी स्वयंसेवी संस्थाओं को इस अभियान से जुड़ने और अपने साथ पांच-पांच, 10-10 लोगों को साथ लाकर स्वर्णरेखा नदी की सफाई करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि स्वर्णरेखा नदी जमशेदपुर के लिए लाइफलाइन के समान है इसलिए इसे साफ रखने के लिए हम सभी को पहल करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अभी हमारा फोकस नदी की पेटी को स्वच्छ बनाने की है. इसके बाद हमारी पहल होगी कि स्वर्णरेखा नदी की पेटी फिर से प्रदूषित न हो. हम इसके लिए भी पहल करेंगे. कैसे हम शहरवासियों को जागरूक करेंगे कि नदी का किनारा प्रदूषित न हो. शहरवासी नदी में लाकर कुछ न ड़ाले.
टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (पूर्व में जुस्को) के गौरव आनंद के नेतृत्व में रविवार सुबह स्वर्णरेखा नदी का सफाई अभियान चला. इस अभियान में टाटा स्टील, जुस्को, टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट, बन्ना गुप्ता के सहयोगी कार्यकर्ता, इनर व्हील क्लब सहित लगभग 350 स्थानीय निवासियों ने नदी की तलहटी की सफाई की. सुबह छह से 10 बजे तक चले इस अभियान में सभी ने मिलकर 20 टन कचरा नदी के किनारे से निकाला.