कर्नाटक : उत्तराखंड के बाद भारतीय जनता पार्टी के लिए कर्नाटक में भी वही सियासी हालात पैदा होते जा रहे है. कर्नाटक में भी पार्टी के अंदर से मुख्यमंत्री के खिलाफ आवाज उठने लगी है. बीजेपी विधायक बसंगौड़ा पाटिल यत्नाल ने यह कह कर विवाद पैदा कर दिया है कि आगामी चुनाव से पहले राज्य में पार्टी को बचाने के लिए बीएस येदियुरप्पा को सीएम पद से हटाना होगा. बीजेपी विधायक बसंगौड़ा पाटिल यत्नाल ने कहा, राज्य में मुख्यमंत्री का परिवर्तन 300 सुनिश्चित है. वरना इस मुख्यमंत्री के साथ आगामी चुनाव लड़ना मुश्किल होगा. बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव अरुण सिंह इस बात से वाकिफ हैं. लेकिन वह बस यूं ही कह रहे हैं कि सीएम नहीं बदलेगा. बीजेपी विधायक ने कहा कि कर्नाटक के सीएम को किसी भी कीमत पर बदला जाना चाहिए. यदि बीजेपी को राज्य में खुद को बचाए रखना है तो यह करना आवश्यक है.
आगे यह बताते हुए कि वह ऐसा क्यों कह रहे हैं, बसंगौड़ा पाटिल यत्नाल ने कहा कि मैंने भ्रष्टाचार और वंशवाद की राजनीति के खिलाफ बोला है. मैं केवल वाजपेयी और नरेंद्र मोदी का महिमामंडन करता हूं. इन दोनों नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक भी मामला नहीं है. उन्होंने वंशवाद की राजनीति नहीं की है. वे मेरे लिए रोल मॉडल हैं. मैं उन लोगों का महिमामंडन कैसे कर सकता हूं जो वंशवाद की राजनीति करते हैं और राजनीति में भ्रष्टाचार में लिप्त हैं?
बसंगौड़ा पाटिल यत्नाल ने कहा कि चूंकि यह अन्याय है इसलिए उन्हें अपनी आवाज उठाने की जरूरत है. मैं जनता का प्रतिनिधि हूं. मैं कर्नाटक में बीजेपी के भविष्य के लिए लड़ रहा हूं. येदियुरप्पा को दक्षिण भारत का अंतिम बीजेपी मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहिए. कर्नाटक में अगले 10 से 20 साल के लिए बीजेपी के सीएम होने चाहिए. मैं उस दिशा में लड़ रहा हूं. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के आदर्शों से कोई कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनना चाहिए.