रांचीः छकरबंधा के जंगल में हुई मुठभेड़ में चार नक्सालियों के मारे जाने के विरोध में प्रतिबंधित भाकपा माओवादी नक्सली संगठन ने 24 और 25 मार्च को दक्षिणी बिहार औरा पश्चिमी झारखंड को बंद करने का ऐलान किया है. इसको लेकर नक्साली संगठन ने सोमवार की रात गया जिले के इमामगंज थाना क्षेत्र के आधे दर्जन जगहों पर पोस्टर चिपकाया है.
इस पोस्टमर के माध्येम से 16 मार्च को डुमरिया प्रखण्ड के छकरबंधा जंगल में कोबरा, सीआरपीएफ और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ को फर्जी मुठभेड़ बताया है. नक्सलियों ने डुमरिया-पटना स्टेट हाईवे 69 पर गुड़िया बाजार के पास एक पुल पर व हाई स्कूल के पास पोस्टर चिपकाया है. कुछ पोस्टरों को जगह-जगह पर सड़क किनारे पत्थर से दबाकर रखा गया है. पोस्टमर मिलने से सनसनी फैल गई. स्थाीनीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी.
पोस्टर के माध्यम से नक्सलियों ने पुलिस पर साजिश के तहत अमरेश, शिवपूजन, सीता, उदय की गोली मार कर हत्या कर दिए जाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने की बता बताकर श्रेय जीतना चाहती है. लेकिन यह नक्सली नेताओं की हत्या है मुठभेड़ नहीं है. इस फर्जी मुठभेड़ को मानवाधिकार व प्रगतिशील जनवादी इसकी जांच कर जनता को सही चीज को बताने का काम करे. माओवादियों ने इस मुठभेड़ में मारे गए अपने चार नेताओं के हत्या के खिलाफ 24 और 25 मार्च को दो दिवसीय दक्षिणी बिहार और पश्चमी झारखण्ड को बंद करने का आवाहन किया है. 16 मार्च को डुमरिया के छकरबन्धा जंगल में कोबरा व सीआरपीएफ के द्वारा चलाये गए सर्च ऑपरेश के दौरान नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई थी. उसमें चार नक्सली मारे गए थे. इधर पोस्टिर मिलने से लोग सहमे हुए हैं. उस मुठभेड़ में नक्सीलियों के बड़े नेताओं के मारे जाने से उनके संगठन की कमर टूट गई है.