रांची : चैंबर चुनाव में टीम किशोर ने पूरी ताकत झोंक दी है. टीम के कैंडिडेट चैंबर के मेंबर को दिलासा और भरोसा भी दे रहे हैं कि व्यापार हित में जो बन पड़ेगा उसे पूरा करेंगे. टीम किशोर ने स्पष्ट किया है कि चैंबर को फिलहाल अधिकारियों ने 7 स्टार बना रखा है. चैंबर को खास से हटाकर आम व्यवसायों के हित के लायक बनाना है. सदस्यता शुल्क के लिए एक व्यवसायी को 24 हजार रुपये देने पड़ रहे हैं, जो काफी अधिक है. हम चैंबर मित्र बनाएंगे और अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने का काम करेंगे.
महिलाओं को सम्मान देना पहली प्राथमिकता
मंत्री ने कहा कि महिलाओं को सम्मान देना हमारी प्राथमिकता होगी. नामधारी पार्टी और कामधारी पार्टी के बीच चुनाव होना है. व्यवसायियों ने नामधारी पार्टीयों को मौका दिया था. एक बार कामधारी पार्टी को मौका मिलना चाहिए. टीम के वरिष्ठ सदस्य आरडी सिंह ने बताया कि राज्य में एचईसी, टाटा, जिंदल जैसी कंपनियों की स्थिति खराब हो चुकी है, इन्हें दोबारा अस्तित्व में लाना हमारी सोच है. युवा प्रत्याशी अर्पित जैन ने बताया कि जीएसटी से होने वाली परेशानियों को दूर करना हमारी टीम की नयी सोच है.
10 हजार व्यापारियों को जोड़ने का है लक्ष्य
किशोर मंत्री ने कहा कि चैंबर चुनाव जीतने के बाद छोटे-माध्यम दर्जे के 10 हजार व्यपारियों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने कहा कि इससे पहले वह उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष, महासचिव जैसे पदों पर रह चुके हैं. फिलहाल चैंबर ऑफ कॉमर्स की कार्यशैली से व्यवसाय वर्ग निराश है. हमारी टीम व्यवसायियों के लिए एक उम्मीद हैं. उन्होंने कहा कि चैंबर के लिए यह बुरा वक्त है, चैंबर वह सारे काम कर रहा है, जो उसे नहीं करना चाहिए. इस विपरीत परिस्थितियों में हमनें एक मजबूत टीम को एक धागे में पिरोने का काम किया है, ताकि सत्ता में काबिज लोगों को उखाड़ सके और व्यवसाय हित में रुके हुए कार्य कर सकें. हमारी टीम में सीए, एडवोकेट, शिक्षक, व्यवसाय समेत हर क्षेत्र के लोग शामिल है और साथ ही हमने अपने टीम में सबसे अधिक युवाओं को चुनाव में मौका दिया है. हमारी टीम में सबसे कम उम्र और सबसे अधिक अनुभवी दोनों प्रकार के लोग है.