नई दिल्ली : इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो का मानना है कि आईपीएल 2021 से इस साल के आखिर में भारत में होने वाले टी20 विश्व कप की तैयारियां पुख्ता हो जाएंगी. बेयरस्टो भारत के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए इंग्लैंड टीम का हिस्सा हैं. उन्होंने कहा, ‘अलग-अलग मैदानों पर खेलने का यह सुनहरा मौका होगा और हमें इन्हीं मैदानों पर टी20 विश्व कप खेलना है. यह भी पता चलेगा कि इन हालात में गेंदबाजी कैसी होगी. मैदान के आकार और पिचों के बारे में भी पता चल जाएगा. कितना स्कोर सटीक होगा, यह भी अनुमान लगाने में मदद मिलेगी.’
बेयरस्टो आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद का हिस्सा हैं जो 11 अप्रैल को कोलकाता नाइट राइडर्स से पहला मैच खेलेगी. उन्होंने कहा, ‘हम अभी यहां खेल रहे हैं और आईपीएल का पहला मैच चेन्नई में होगा, लेकिन यहां खेलकर हालात और मौसम के अनुकूल ढलने में मदद मिल रही है. लेकिन किसी भी बात की गारंटी नहीं है. हमें कंपीटिशन की क्वालिटी का पता है. आईपीएल का हिस्सा बनने और अच्छा खेलने से टी20 वर्ल्ड के लिए मददगार होगा क्योंकि हमारे कुछ ही खिलाड़ी इसमें खेलते हैं. बेयरस्टो ने भारत के खिलाफ पहले वनडे मैच में 66 गेंद में 94 रन की पारी खेली. हालांकि इंग्लैंड यह मैच हार गया था.
पहले वनडे में हार से दुखी है इंग्लैंड
पहले वनडे से जुड़े सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘मैच में जिस स्थिति में हम थे वहां से हमें मैच पूरा करके अच्छा लगता. लेकिन हार से सभी को बुरा लगा. मैच हारना अच्छा नहीं होता है. पिछले चार साल में हमारा गेम प्लान अच्छा रहा है. मुझे नहीं लगता कि कल भी हमने ज्यादा गड़बड़ी की. कुछ मौके ऐसे थे जहां हम लोग फायदा नहीं ले सके. हमने मैच में अहम पल गंवाए. मुझे लगता है कि टी20 वर्ल्ड कप से पहले इस तरह की हार से भी मदद मिलेगी. हमने 2019 के वर्ल्ड कप से पहले भी कदम दर कदम आगे बढ़ने की योजना बनाई थी. इसके तहत अलग-अलग हालात में खुद को रखने और बेहतर खिलाड़ियों को सामने लाया गया. हमारे कुछ खिलाड़ी अभी खेल नहीं रहे और ऐसे में दूसरे प्लेयर्स के पास खुद को साबित करने का मौका है.’
बायो बबल पर भी बोले बेयरस्टो
बायो बबल में रहने के बारे में बेयरस्टो ने कहा कि यह काफी मुश्किल है. 2 जनवरी से अब तक वे केवल 10 दिन ही इससे बाहर रहे हैं. घर से दूर रहना मुश्किल भरा होता है और लोगों को आराम चाहिए होता है. मैदान में उतरकर क्रिकेट खेलना आसान नहीं होता है. उन्होंने कहा, ‘होटल में एक ही फ्लोर पर रहना, परिवार से दूर होना काफी कठिन है. इससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है.’