मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आंगनबाड़ी सेविकाओं के अतिरिक्त मानदेय के संबंध में निर्णय लेने के लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी के गठन का आदेश दिया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आंगनबाड़ी बहनों के प्रति संवेदनशील है. वे अच्छा काम कर रही हैं. सरकार उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार करेगी. आंगनबाड़ी सेविकाओं के अतिरिक्त मानदेय के संबंध में निर्णय लेने के लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी के गठन का आदेश दिया. इस कमेटी में वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव व विभागीय सचिव भी रहेंगे. यह कमेटी अपनी रिपोर्ट देगी. इस रिपोर्ट के आधार पर सरकार निर्णय लेगी. उक्त बातें उन्होंने झारखंड मंत्रालय में आंगन बाड़ी के साथ बैठक के दौरान कहीं.
आंगनबाड़ी सेविकाओं की प्रोन्नति
मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी सेविकाओं के महिला पर्यवेक्षिका के पद पर प्रोन्नति के संबंध में उम्र की सीमा बढ़ाने का आदेश दिया.
आंगनबाड़ी सेविकाओं सहायिकाओं को बीमा की सुरक्षा
मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं को भारत सरकार की प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना एवं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से आच्छादित किया जायेगा.
आंगनबाड़ी कर्मियों की उम्र 60 से बढ़कर 62 होगी
मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी कर्मियों की कार्य करने की उम्र सीमा 60 से बढ़ा कर 62 वर्ष करने, पोषण सखियों को विशेष अवकाश प्रदान करने का आदेश दिया.
आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं से उनका पक्ष लिए बिना उन्हें हटाया नहीं जाएगा
साथ ही आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं से उनका पक्ष प्राप्त किये बिना उन्हें चयन मुक्त नहीं करने का आदेश दिया. साथ ही, हड़ताल की अवधि में मानदेय का नियमानुसार भुगतान का भी आदेश दिया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के नौनिहालों के विकास में आंगनबाड़ी का काफी महत्व है. यह संस्कार का मंदिर है। आंगनबाड़ी की बहनें झारखंड से कुपोषण को समाप्त करने में योगदान दे.
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार बर्णवाल, खाद्य आपूर्ति सचिव अमिताभ कौशल,वार्ता के दौरान आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ झारखंड प्रदेश (संबद्धता भारतीय मजदूर संघ) से आदित्य साहू, राम चंद्र गोप, फूलमती देवी, बालो मणि बाखला, बिंदु रानी, पुष्पा देवी, रामधनी देवी, शांति लता टुड, राजकुमार भगत एवं वर्क्स यूनियन से बालमुकुंद सहाय, बीना सिन्हा, सुमन कुमारी, सीता तिग्गा प्रमुख रूप से उपस्थित थे.