ज्योत्सना,
खूंटी जिला विगत दो तीन सालों से उड़ता पंजाब की राह पर नशे की खेती में लगातार अखबारों और मीडिया में सुर्खियां बटोर रहा था. अफीम की खेती के कारण कई ग्रामीण NDPS एक्ट की धारा के साथ सलाखों के पीछे चले गए. खूंटी व्यवहार न्यायालय ने अफीम तस्करी मामले में सिर्फ 2019 में 75 लोगों को जेल भेजा साथ ही अफीम तस्करी मामले की स्पीडी ट्रायल कर इस वर्ष 15 लोगों को सजा सुनायी गई. अफीम की खेती से खूंटी जिले के कई परिवार गांव बर्बाद हो गए. नवजात बच्चे और स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियो की दिमागी क्षमता कुंद होने लगी थी. विद्यार्थियों की याददाश्त पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने लगे थे.
लेकिन अब खूंटी जिले के दिन बहुरने वाले हैं. जिन इलाकों में कल तक अफीम की खेती की जाती थी, उन्ही इलाकों में अब औषधीय पौधों की खेती से किसान अपनी आय दुगुनी करने की राह पर चल पड़े हैं. मुरहू, अड़की और खूंटी प्रखंड के दुरूह इलाकों में उग्रवादी ग्रामीणों को अफीम के बीज और पूंजी उपलब्ध कराकर लाखों रुपये की अफीम की खेती कराते थे. अब सरकारी और गैर सरकारी संगठनों की सहायता से जिले में लगातार ग्रामीणों को औषधीय पौधों की खेती के लिए प्रशिक्षण देकर जागरूक किया जा रहा है साथ ही अफीम से होने वाले दूरगामी दुष्परिणाम की जानकारियां भी दी जा रही है.

Lemon grass will beat opium
पहले चरण में जागरूक और मेहनती किसान लेमन ग्रास की खेती करने में जुट गए हैं. कई किसान 2 एकड़ से लेकर 4-5 एकड़ में लेमन ग्रास के पौधे लगाने की योजना बनाकर पौधे लगा रहे है. सेवा वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष अजय शर्मा बताते हैं कि लेमन ग्रास से एक साल में 2 बार उपज ली जा सकती है. अगर एक किसान 2 एकड़ में लेमन ग्रास की खेती करता है तो सालाना डेढ़ से दो लाख तक आमदनी कर सकता है. अफीम की खेती पुलिस से बचकर करनी होती है जबकि समान आय वाली लेमन ग्रास की खेती खुलेआम कहीं भी की जा सकती है. लेमन ग्रास की खेती अफीम के समानांतर की जाने वाली किसानों की आय वृद्धि के लिए बेहतर फसल साबित होगी. साथ ही पुलिस प्रशासन की गिरफ्तारी से भी परिवार के लोग बच सकेंगे. सरकार यदि जिले में औषधीय फसलों की खेती को मिशन मोड में करे तो जिले को औषधीय फसलों की खेती में विकास की राह पर ले चलने में सहायक सिद्ध होगा.
जिले में औषधीय फसलों की खेती के द्वितीय चरण में जेरेनियम, खस और तुलसी की खेती की जाएगी. जेरेनियम और खस के ऑइल की प्रति किलो बाजार मूल्य बारह हजार से 15 हजार तक है. लेमन ग्रास से ऑयल निकालने के लिए ग्रामीण विकास विभाग की सहायता से अनिगड़ा में प्रोसेसिंग यूनिट लगाया गया है. उम्मीद है अब खूंटी जिले को उड़ता पंजाब की तर्ज पर उड़ता खूंटी बनने से रोका जा सकेगा.