रांचीः झारखंड (Jharkhand) के कोडरमा (Kodarma) में सूदखोरों के चंगुल में फंसकर दलित परिवार अपने जीवन भर की कमाई का पैसा वापस पाने के लेने के लिए आंसू बहाते हुए दर-दर भटक रहा है. प्रशासन से न्याय की गुहार लगाने के करीब तीन माह बीत जाने के बाद भी अब तक दलित परिवार को न्याय नहीं मिला है. प्रशासन से शिकायत करने के बाद उल्टा दलित परिवार का पूरा सदस्य सूदखोरों के धमकियों के कारण भय के साये में जीने को मजबूर है. सूदखोरों के कहर का असर भुक्तभोगी पर इस प्रकार है कि आज वह मानसिक अवसाद से गुजर रहा है तो वहीं उसका पूरा परिवार आत्महत्या करने का मन बना रहा है.
धनबाद बीसीसीएल एरिया चार के रामकनाली कोलियरी से सेवानिवृत कतरास छाताबाद लाल दौड़ा निवासी कारा भूईया का रिटायरमेंट का 45 लाख रुपया सूदखोरों ने उसके बैंक खाते से अवैध रूप से निकासी कर लिया. पैसा मांगने पर सूदखोर मारपीट कर दलित परिवार को गाली गलौज कर भगा दिया. जिसके बाद भुक्तभोगी ने धनबाद मटकुरिया निवासी निरंजन साव उर्फ छोटू साव तथा तेतुलमारी निवासी दीपक वर्मा पर पैसे हड़पने का आरोप लगाकर कतरास पुलिस से करीब तीन माह पूर्व शिकायत की है. लेकिन शिकायत इतने दिन बीत जाने के बावजूद भी सूदखोरों के खिलाफ पुलिस अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. उल्टा सूदखोर कारा सहित उसके परिवार को तरह-तरह की धमकी दे रहा है जिसके कारण पूरा परिवार अपना आवास छोड़कर भागता फिर रहा है.
भुक्तभोगी के साथ कतरास थाना पहुंची उसकी पत्नी धन्वा देवी ने बताया कि बड़ी लड़की की शादी में निरंजन से तीन लाख कर्ज लिया था. उसके एवज में उसने बैंक पासबुक एटीएम चेक बुक 10 चेक साइन किया हुआ हमलोग लिया. सेवानिवृत्त होने के बाद निरंजन साव एवं दीपक वर्मा ने अपने सहयोगी बिट्टू सिन्हा मनोज हारी प्रिंस चौधरी के सहयोग से मेरे पति का पीएफ का लगभग 22 लाख व बीस लाख ग्रेच्युटी का धोखे से निकाल लिया एवं पेंशन के पैसे से उनलोगो ने ढाई लाख रुपए का लोन करवा कर उसे भी सूदखोरों ने अपने खाते में हस्तांतरण करवा लिया. पैसा मांगने पर हम लोगों को गाली गलौज तथा मारपीट कर भगा दिया. जब हम लोगों ने इसकी शिकायत पुलिस से की तो वे लोग हम लोगों को तरह-तरह की धमकियां देने लगे जिससे हम लोग डर कर इधर-उधर रह रहे हैं