मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के एक पुलिस थाने में एक युवक की मौत हो गई। इस मामले में थाना प्रभारी सहित पांच पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। परिजनों का आरोप है कि युवक की मौत पुलिस की पिटाई के कारण हुई। पुलिस के अनुसार, मंगलवार देर रात लालघाटी क्षेत्र में एक कार बीआरटीएस कॉरीडोर से टकरा गई। इस कार में दो युवक सवार थे। दोनों को बैरागढ़ (संत हृदय राम नगर) थाने ले जाया गया। घायल दोनों युवकों में से एक शिवम मिश्रा की देर रात मौत हो गई।
शिवम के परिजनों का आरोप है कि थाने में पुलिस के जवानों ने उसकी पिटाई की और जब उसकी मौत हो गई तब उसे अस्पताल ले गए। परिजनों का आरोप है कि शिवम के शरीर पर चोट के कई निशान हैं, जो बताते हैं कि उसे पुलिस के जवानों ने बेरहमी से पीटा था। उसकी गले की सोने की चेन, नगदी व मोबाइल का कोई पता नहीं है।
भोपाल परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक योगेश देशमुख ने स्वयं बैरागढ़ थाने पहुंचकर हालात का जायजा लिया और उन्होंने सीसीटीवी फूटेज खंगाले। उसके बाद देशमुख ने थाना प्रभारी, उपनिरीक्षक सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
5 पुलिसकर्मी सस्पेंड
हिरासत में मौत पर विवाद बढ़ता देख गृहमंत्री बाला बच्चन ने मामले की उच्च स्तरीय जांच का आश्वासन दिया है। गृहमंत्री के बयान के बाद भोपाल आईजी योगेश देशमुख ने बैरागढ़ थाने के 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। फिलहाल इस मामले में बैरागढ़ थाने के थाना प्रभारी, एक सब-इंस्पेक्टर, एक हेड कॉन्स्टेबल और दो कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया है।
शिवराज ने बताया ‘संवेदनहीनता’
वहीं इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। मध्यप्रदेश में लगातार कानून व्यवस्था पर सरकार को घेर रही बीजेपी को पुलिस हिरासत में मौत के बाद कमलनाथ सरकार पर हमला करने का एक और मौका मिल गया है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत अन्य बीजेपी नेताओं ने इसे सरकार की संवेदनहीनता बताया है. शिवराज ने आरोपी पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज कर केस चलाने की मांग की हैं।