संवाददाता,
रांची : राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों में राज्य के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले. उन्होंने इसके लिए विवि तथा अन्य संस्थानों में चतूर्थवर्गीय और तृतीय वर्ग के खाली पदों पर जल्द नियुक्ति की प्रक्रिया पूरा करने को कहा. उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में बेहतर माहौल बनाने के लिए शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मियों की कमी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कॉलेजों और महाविद्यालयों को अतिक्रमण मुक्त बनाते हुए जल्द से जल्द चहारदीवारी बनाने का निर्देश दिया. सभी कॉलेजों में शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था लागू करने की बातें भी कहीं.
राज्यपाल ने राजभवन में बुधवार को उच्च, तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास विभाग तथा पेयजल और स्वच्छता विभाग की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति भवन में नवंबर माह में सभी राज्यपालों का सम्मेलन होगा, जिसमें झारखंड का भी प्रतिनिधत्व रहेगा.
राज्यपाल ने कहा कि रामगढ़ के उरीमारी में जल्द ही कॉलेज की स्थापना की जाये. उन्होंने जनजातीय और क्षेत्रीय भाषा विभाग में शिक्षकों की प्रोन्नति पर जल्द पहल करने का निर्देश दिया. विभागीय सचिव ने कहा कि रांची विश्वविद्यालय में नौ भाषाओं के लिए पद का सृजन किया जा चुका है. कोल्हान विश्विविद्यालय में हो भाषा की पढ़ाई जल्द होगी. जनजातीय और क्षेत्रीय भाषा विभाग में भी पद सृजन की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.
राज्यपाल ने ड्रॉप आउट बच्चों की पढ़ाई को कौशल विकास योजना से जोड़ने का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि योजना से बालिकाओं को भी जोड़ा जाये. पंडित दिन दयाल कौशल विकास योजना में आरक्षण का पालन करने की बातें भी कही गयी. पेयजल और स्वच्छता विभाग की समीक्षा के क्रम में उन्होंने कहा कि राज्य के सभी नागरिकों को शुद्ध पीने का पानी मुहैया कराया जाये. इसके लिए विभाग के अधिकारी समर्पित रहें. पीने का पानी के लिए लोगों को परेशानी न हो, इसके लिए सजग रहने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि गांवों में अब भी 90 फीसदी लोग चापाकल पर निर्भर हैं. 30 प्रतिशत लोगों को ही पाइप लाइन जलापूर्ति का लाभ मिलता है. विभागीय सचिव अराधना पटनायक ने जल जीवन मिशन की जानकारी दी.