दिल्ली: बांग्लादेश में जन्मीं लेखिका तसलीमा नसरीन एक बार फिर विवादों में हैं. और इस बार वजह है इंग्लैंड के क्रिकेटर मोईन अली को लेकर किया गया उनका ट्वीट. अपने विवादास्पद ट्वीट में तसलीमा ने कहा था कि अगर अली क्रिकेटर नहीं होते तो शायद सीरिया जाकर आतंकवादी संगठन आईएसआईएस का हिस्सा बन चुके होते.
जाहिर सी बात है इसे लेकर बवाल मचना था, सो मचा. इंग्लैंड टीम में मोईन के साथी खिलाड़ियों से लेकर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने तसलीमा की बात की आलोचना की.
मोईन अली इंग्लैंड की टीम का अहम हिस्सा हैं. वह कई साल से इंग्लैंड के लिए क्रिकेट खेल रहे हैं. मोईन पर जब यह कॉमेंट किया गया तो सबसे पहले इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने तसलीमा को निशाने पर लिया. मोईन इंडियन प्रीमियर लीग का 14वां सीजन खेलने के लिए भारत में हैं. वह इस बार चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा हैं. वहीं आर्चर चोट की वजह से अभी अपनी टीम राजस्थान रॉयल्स के साथ नहीं जुड़ पाए हैं.
हालांकि यह साफ नहीं है कि आखिर तसलीमा के इस विवादास्पद ट्वीट की वजह क्या थी? लेकिन इसे मोईन को लेकर आई उस खबर से जोड़कर देखा जा रहा है जिसमें कहा गया था कि उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स से अनुरोध किया है कि वह उनकी जर्सी पर लगा ऐलकोहल कंपनी का लोगो हटा दें. जिसे टीम प्रबंधन की ओर से मान भी लिए जाने की बात सामने आई थी.
हालांकि चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से बाद में साफ कर दिया गया था कि अली ने ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया है. टीम के सीईओ काशी विश्वनाथन ने कहा था कि उनकी टीम को मोईन अली की ओर से ऐसा कोई अनुरोध ही नहीं मिला है. हालांकि तसलीमा ने बाद में वह ट्वीट हटा दिया था.
तो अब सवाल यह उठता है कि आखिर पूरा मामला था क्या? सबसे पहले जानते हैं कि तसलीमा ने क्या लिखा था. सोमवार को तसलीमा के इस ट्वीट के बाद बवाल मच गया जिसमें उन्होंने लिखा था, ‘अगर मोईन अली क्रिकेट के साथ नहीं जुड़े होते तो वह सीरिया जाकर आईएसआईएस जॉइन कर चुके होते.’ सोमवार को मचे इस बवाल के बाद मंगलवार को तसलीमा ने एक और ट्वीट किया. इसमें उन्होंने मामले पर अपनी सफाई दी.
उन्होंने लिखा, ‘नफरत करने वाले अच्छी तरह जान लें कि मोईन अली को लेकर किया गया मेरा ट्वीट मजाक में किया गया था. लेकिन उन्होंने इसे मुझे प्रताड़ित करने का जरिया बना लिया क्योंकि मैं मुस्लिम समाज को सेकुलर करने की कोशिश करती हूं और मुस्लिम धर्मांधता का विरोध करती हूं. मानवता का सबसे बड़े दुखों में यह भी शामिल है कि महिला-समर्थक वामपंथी भी महिला-विरोधी इस्लामिस्ट का समर्थन करते हैं.’
जोफ्रा आर्चर ने ट्वीट पर जवाब दिया, ‘क्या तुम ठीक हो? मुझे नहीं लगता कि तुम ठीक हो?’ इसके बाद उन्होंने आगे लिखा, ‘व्यंग्यात्मक? कोई भी नहीं हंस रहा है, तुम भी नहीं, तुम्हें कम से कम यह ट्वीट तो हटा ही देना चाहिए था.’
मोईन अली का जन्म 1987 में बर्मिंगम में हुआ. उन्होंने कुछ साल पहले एक इंटरव्यू में कहा था, ‘मैं लोगों को बताना चाहता हूं कि मैं मुसलमान हूं और ब्रिटिश भी. मुझे दोनों पर गर्व है. मैं चाहता हूं कि एशियाई बच्चे मुझे देखें और अहसास करें कि वे क्रिकेट में करियर बना सकते हैं.’