रांचीः सेंट्रल कोल्फील्ड लिमटेड के पिपरवार क्षेत्र के अशोक परियोजना में कोयला के पैच और स्टॉक में आग लग गई है। पिछले 15 दिनों से यह आग धीरे-धीरे कर विकराल रूप धारण कर रही है। प्रबंधन के मुताबिक लगभग एक लाख टन कोयले के ढेर में आग लगी है जिससे प्रबंधन को कम से कम 3 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है.
अशोक परियोजना के परियोजना पदाधिकारी अवनीश कुमार ने बताया कि हेडक्वार्टर से विभिन्न परियोजनाओं को उत्पादन का लक्ष्य दिया जाता है। इसी टारगेट को पूरा करने के दबाव में कोयले का क्षमता से अधिक उत्पादन कर लिया गया है। लेकिन संसाधन और समय की कमी होने के कारण समय पर इनको डिस्पैच नहीं किया जा सका। अब गर्मी बढ़ते ही कोयले में आग लग गई है
आग लगने से आसपास के इलाकों में तेजी से जहरीला हवा फैल रहा है। इसके कारण ग्रामीणों में भय का माहौल है। अशोक परियोजना से सटे एक गांव जिसमें लगभग 50 घर हैं। धुआं के कारण उनका वहां रहना दूभर हो गया है। इस संबंध में यूनियन के प्रतिनिधि ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन की कोताही के कारण सरकार को करोड़ों का नुकसान हो रहा है। वही मजदूरों की मेहनत पर पानी फेर जा रहा है। एक तरफ से प्रबंधन मजदूरों पर उत्पादन के लिए प्रबंधन प्रेशर डालती है वहीं दूसरी तरफ रखरखाव के अभाव के कारण कोयला में आग लग रहा है.