नई दिल्ली ; जलवायु से जुड़े मामलों पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) के विशेष दूत जॉन कैरी (John Kerry) ने दिशा रवि जैसे युवा जलवायु कार्यकर्ताओं के एक्टिविज्म का स्वागत किया है. अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, दिशा रवि के केस के संदर्भ में, युवा जलवायु कार्यकर्ताओं की भूमिका, सरकारें कैसे उनके अधिकारों की रक्षा कर सकती हैं या उन्हें प्रोत्साहित कर सकती हैं, के बारे में पूछे जाने पर कैरी ने कहा, ”मानवाधिकार हमेशा अमेरिका के लिए एक अहम मुद्दा होता है. युवा लोग वयस्कों की ओर से वो किए जाने पर बहुत ज्यादा जोर देते हैं, जो वयस्कों को करना चाहिए. मैं व्यक्तिगत रूप से उस तरह के एक्टिविज्म का स्वागत करता हूं.”
वहीं, कैरी ने कहा कि 2030 तक रिन्यूएबल एनर्जी की भारत की 450 गीगावाट की योजना के क्रियान्वयन के साथ वो उन कुछ देशों में से एक होगा जो वैश्विक तापमान में बढ़ोतरी को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने में मदद करेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या भारत के लिए ‘नेट-जीरो’टारगेट का ऐलान करना व्यावहारिक होगा, कैरी ने कहा, ”हां, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मेरी बैठक में मेरा यह मेरा संदेश नहीं था. वह चुनौती को समझते हैं.” उन्होंने कहा, ”यह बड़ी बात होगी अगर भारत यह कहना चाहे, लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह परम जरूरत है क्योंकि भारत सभी चीजें कर रहा है जो उसे करने की जरूरत है.”
और क्या बोले कैरी ने इसके साथ ही दिल्ली में भारतीय कारोबारियों के एक ग्रुप को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका को नए ऊर्जा बाजार की त्वरित तैनाती, उत्सर्जन में तेजी से कमी और तेज औद्योगिक बदलाव में भारत को अपने साझेदार के रूप में लेकर चलने की जरूरत है.