इस्लामाबाद : कश्मीर का दौरा करने के लिए पाकिस्तानी डॉक्टरों ने भारतीय उच्चायोग से वीजा उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है. यह जानकारी शुक्रवार को एक मीडिया रिपोर्ट से मिली. यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (यूएचएस) के कुलपति प्रोफेसर जावेद अकरम ने गुरुवार को बताया, “मैंने भारतीय उच्चायोग के पहले सचिव (अर्थशास्त्र और वाणिज्य) आशीष शर्मा से मुलाकात की और उन्हें 21 डॉक्टरों को वीजा जारी करने के लिए आवेदन दिया है. ये डॉक्टर कश्मीर जाना चाहते हैं, ताकि वे वहां के मुसलमानों, हिंदुओं और सिखों को चिकित्सा व उपचार की सुविधा दे सके.”
30 अगस्त को यूएचएस और पाकिस्तान सोसाइटी ऑफ इंटरनल मेडिसिन (पीएसआईएम) ने एक घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर किए थे कि डॉक्टरों की एक टीम को कश्मीर भेजा जाएगा. इस दौरान यह भी तय किया गया कि, टीम अपने साथ ही दवाएं ले जाएगी.
शर्मा के साथ हुई बैठक के बारे में बोलते हुए अकरम ने कहा कि उन्हें स्वास्थ्य क्षेत्र में आपसी सहयोग से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा करनी थी.
अकरम ने कहा, “राजनयिक ने कहा कि वहां जाने के लिए सुरक्षित रास्ता प्रदान करना संभव नहीं है. इस पर मैंने उनसे कहा कि हम अपने जोखिम पर वहां जाना चाहते हैं और हम लिखित में भी देंगे कि अगर वहां कोई भी घटना होती है या हमारी टीम के सदस्यों को नुकसान पहुंचता है तो हम खुद इसके जिम्मेदार होंगे. हमने उनसे इस मुद्दे को अपनी सरकार के सामने रखने का अनुरोध किया है और हमें नियंत्रण रेखा के माध्यम से कश्मीर में प्रवेश करने की अनुमति देने की गुजारिश की है.” उन्होंने आगे कहा, “अगर वे वीजा देने से मना करते हैं तो हम बिना वीजा के वहां जाने की कोशिश करेंगे.”