मुंबई: एक ओर जहां फरहान अख्तर और मृणाल ठाकुर अभिनीत फिल्म ‘तूफ़ान’ रिलीज़ के लिए तैयार है. दूसरी ओर अभिनेत्री अपनी अगली फिल्म ‘पिप्पा’ की तैयारी भी शुरू कर चुकी है. इसका निर्देशन राजा कृष्णा मेनन कर रहे हैं. यह 1971 की कहानी होगी.
साल 1971 में बांग्लादेश (तब पूर्व पाकिस्तान) में हुए “बैटल ऑफ गरीबपुर” की पृष्ठभूमि पर आधारित, ‘पिप्पा’ ब्रिगेडियर बलराम सिंह द्वारा लिखित किताब ‘द बर्निंग चफीस’ पर आधारित है.
मृणाल इस फ़िल्म के लिए छरहरा और दमदार लुक अपनाने वाली हैं, जिसके लिए कड़ी ट्रेनिंग ले रही हैं. वह तूफान के दिनों से ही मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स कर रही हैं, जिससे उन्हें अभी भी मदद मिल रही है.
ट्रेनिंग के अलावा, मृणाल , जो कि ईशान खट्टर और प्रियांशु की छोटी बहन का किरदार निभा रही हैं, रोल की तैयारी के लिए लगातार रीडिंग कर रही हैं.
सूत्र के अनुसार “मृणाल ने कुछ लेख पढ़े, जिनमें ‘द डेली स्टार’ का ‘जीनोसाइड’ भी शामिल है, जो 1971 के युद्ध में बांग्लादेश में हुए नरसंहार पर केंद्रित है. उनके पिता ने ही आई.एस. जौहर द्वारा निर्देशित 1971 की फ़िल्म ‘जय बांग्लादेश’ का सुझाव दिया.”
सूत्र ने यह जानकारी भी दी कि शूट पर जाने से पहले 1971 की भारत-पाकिस्तान की पृष्ठभूमि को पूरी तरह से समझने के लिए यह ज़रूरी था.
इसके साथ ही मृणाल 1971 की महिला स्वतंत्रता सेनानियों की भी जानकारी हासिल कर रही हैं. “उनके अनुभव मृणाल को किरदार में एक सच्चाई लाने में मददगार साबित होंगे.
हालांकि कोरोना की वजह से कई प्लान पर पानी फिर गया है, लेकिन फिर भी मृणाल कुछ महिलाओं से मिलने और उनकी कहानियां सुनने के लिए प्रतीक्षारत हैं”, सूत्र ने आगे कहा.