बिएनएन डेस्क : हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते दबदबे को लेकर चिंतित जापान एवं जर्मनी मंगलवार को अपनी सुरक्षा वार्ता में सैन्य सहयोग बढ़ाने पर राजी हुए. ऑनलाइन माध्यम से हुई तथाकथित ”टू-प्लस-टू” वार्ता में जापान और जर्मनी के विदेश मंत्रियों एवं रक्षामंत्रियों ने मार्च में हुए खुफिया सूचना आदान-प्रदान समझौते के आधार पर रक्षा एवं सैन्य उपकरणों तथा प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई.
जापान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि चारों मंत्रियों ने पूर्व एवं दक्षिण चीन सागरों में चीन के क्षेत्रीय दावों पर विचार-विमर्श किया तथा हांगकांग की स्थिति एवं चीन के झिनजियांग क्षेत्र में मानवाधिकार की दशा पर ‘गहरी चिंता’ प्रकट की. जर्मनी हिंद प्रशांत क्षेत्र में अपनी सहभागिता बढ़ा रहा है और वह इस क्षेत्र में युद्धपोत भेजेगा. जापान ने इस योजना का स्वागत किया और संयुक्त नौसैन्य अभ्यास की संभावना का प्रस्ताव दिया.