कोलकाता: चंद्रयान-2 को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा बयान दिया है. शुक्रवार को ममता ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है कि देश में पहली बार चंद्रयान लांच हो रहा है. लग रहा है सत्ता में आने से पहले इस तरह के किसी भी मिशन को अंजाम नहीं दिया गया था. ये यह आर्थिक आपदा से ध्यान हटाने की कोशिश है.
ममता बनर्जी ने राज्य विधानसभा में कहा कि लोकतंत्र के सभी स्तंभ, मीडिया, न्यायपालिका सभी केंद्रीय सलाह पर चलाए जा रहे हैं. वास्तविक भारतीयों के नामों को एनआरसी सूची से बाहर रखा गया है. मैं डॉ. मनमोहन सिंह के शब्दों को का समर्थन करती हूं कि सरकार को राजनीतिक प्रतिशोध की तुलना में अर्थव्यवस्था पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
बता दें कि भारत का चंद्रयान-2 आज देर रात चांद की सतह पर उतरेगा. देश ही नहीं पूरी दुनिया इस खास पल का इंतजार कर रही है. भारत जब चांद पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ की कोशिश करेगा तो सभी की नजरें लैंडर ‘विक्रम’ और रोवर ‘प्रज्ञान’ पर टिकी होंगी. ‘विक्रम’ शुक्रवार देर रात डेढ़ बजे से ढाई बजे के बीच चांद की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करेगा.
‘विक्रम’ के अंदर रोवर ‘प्रज्ञान’ होगा जो शनिवार सुबह साढ़े पांच से साढ़े छह बजे के बीच लैंडर के भीतर से बाहर निकलेगा. 1,471 किलोग्राम वजनी लैंडर ‘विक्रम’ का नाम भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक डॉ. विक्रम ए साराभाई के नाम पर रखा गया है. इसे चांद पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करने के लिए तैयार किया गया है.
यह एक चंद्र दिवस के लिए काम करेगा. एक चंद्र दिवस पृथ्वी के करीब 14 दिनों के बराबर होता है. रोवर 27 किलोग्राम वजनी छह पहिया रोबोटिक वाहन है जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता से लैस है. इसका नाम ‘प्रज्ञान’ है जिसका मतलब ‘बुद्धिमत्ता’ से है.