बीएनएन डेस्कः अमेरिका ने रूस पर साइबर हमले और दूसरी शत्रुतापूर्ण गतिविधियाँ करने की बात करते हुए उसके ख़िलाफ़ प्रतिबंधों की घोषणा की है और 10 राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है. व्हाइट हाउस ने कहा है कि इन प्रतिबंधों का मक़सद रूस की ‘हानिकारक विदेशी गतिविधियों’ की रोकथाम करना है. उसने एक बयान में कहा है कि पिछले वर्ष ‘सोलरविन्ड्स’ की बड़ी हैकिंग के पीछे रूसी ख़ुफ़िया एजेंसियों का हाथ था. उसने साथ ही रूस पर 2020 के अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप करने का भी आरोप लगाया है. रूस ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि वो इसका जवाब देगा. रूसी विदेश मंत्रालय ने इसे ‘एक शत्रुतापूर्ण क़दम’ बताया जो ख़तरनाक तरीक़े से संघर्ष का पारा बढ़ाएगा. मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “ऐसी आक्रामक हरकतों का निश्चित तौर पर एक माकूल जवाब दिया जाएगा.” रूसी विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी राजदूत को तलब किया है. वहीं यूरोपीय संघ, नेटो और ब्रिटेन ने अमेरिकी क़दम के समर्थन में बयान जारी किये हैं.