रांची: झारखंड में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच एक बार फिर से शहर में लॉकडाउन की मांग उठने लगी है . विभिन्न व्यवसायिक संगठनों, नागरिक संगठनों और सरकारी कर्मचारियों के संगठनां की ओर से भी लॉकडाउन और मिली लॉकडाउन की मांग शुरू कर दी गयी है. वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन कोरोना संक्रमण पर वरीय अधिकारियों के साथ आपात बैठक करने वाले है. इस बैठक में कई कठोर निर्णय के अलावा जैक द्वारा आयोजित होने वाली 10वीं और 12वीं की परीक्षा पर भी फैसला लिये जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज दोपहर बाद वरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर कोरोना संग्रमण पर अंकुश को लेकर कई ठोस निर्णय ले सकते है. हेमंत सोरेन ने गुरुवार को भी उच्चस्तरीय आपात बैठक में इस दिशा में ठोस कदम उठाये जाने का संकेत दिया गया था.
रांची के कई व्यवसायिक संगठनों की ओर से बढ़ते संक्रमण को लेकर पिछले कई दिनों से लॉकडाउन लगाने या अंकुश बढ़ाने की मांग की जा रही थी, वहीं झारखंड सचिवालय सेवा संघ की ओर से भी मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखकर राज्य में मिनी लॉकडाउन की मांग की है. संगठन की ओर से साफ कहा गया है कि यदि उनकी मांगों को नहीं माना गया, तो वे सामूहिक अवकाश पर चले जाएंगे. हालांकि राज्य सरकार की ओर से अब सचिवालय और संलग्न कार्यालयों में रोस्टर के मुताबिक अधिकतम 50 प्रतिशत पदाधिकारियों और कर्मचारियों से काम करने का आदेश जारी कर दिया गया है और ऑनलाइन बैठकों तथा वर्क टू होम को बढ़ावा देने का आदेश दिया गया है.
इधर, रांची के कई व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और दुकानों ने बैनर लगाकर एक पखवाड़े के लिए अपनी दुकानों को बंद करने की जानकारी आम लोगों को दे रहे है.