सिमडेगा के लिए शनिवार का दिन ऐतिहासिक रहा. के लिए 22 जनवरी का दिन ऐतिहासिक रहा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां के उपायुक्त सुशांत गौरव से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बातचीत की. जिले में चल रही केंद्र प्रायोजित योजनाओं की जानकारी ली है. उपायुक्त ने भी पीएम को सिमडेगा के विकास और चुनौती के बारे में बताया. सिमडेगा देश के आकांक्षी जिलों में शामिल है.देश के पिछड़े जिलों में सिमडेगा का स्थान चौथा है. आदिवासी बहुल इस जिले को विकास की पटरी पर लाने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं का संचालन किया जा रहा है. इसी योजनाओं और विकास कार्यों की गति की जानकारी उपायुक्त से पीएम मोदी ने ली है.
उपायुक्त ने PM को सिमडेगा की भौगोलिक स्थिति के बारे में बताया. बताया कि जिले में 15 सौ परिवारों को सोलर लिफ्ट इरिगेशन के माध्यम से 5 हजार एकड़ भूमि पर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. यहां कृषि का विकास हुआ. 25 हजार एकड़ भूमि में रागी का उत्पादन किया गया है। स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में बताया कि सदर अस्पताल को उच्च कोटि की सुविधा युक्त किया गया है.
भावुक हुए उपायुक्त सुशांत गौरव
उपायुक्त सुशांत गौरव उस समय भावुक हो गए. जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे पूछा की जिले में अपने अधिकारियों की टीम के साथ आप कैसे कार्य करते हैं और उन्हें किस प्रकार कार्य के लिए मोटिवेट करते हैं.इस पर उपायुक्त ने भावुकता के साथ अपनी पूरी टीम और जिले वासियों का भरपूर सहयोग बताते हुए अपने पक्ष रखा. पीएम के साथ वार्ता में सिमडेगा में खेल और खेल की सुविधा पर भी चर्चा हुई. उपायुक्त ने बताया कि सिमडेगा में हॉकी की दो नेशनल प्रतियोगिता भी हुई. ओलंपिक खिलाड़ी सलीमा टेटे का जिक्र करते हुए उपायुक्त ने बताया कि 30 चट ग्राउंड और एक एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम का निर्माण होना है. साथ ही उपायुक्त ने पीएम को बताया कि जिले के स्कूलों में बच्चों के अनुकूल सुविधा भी बढ़ाई गई है

