रांची: राजधानी रांची में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए लालजी हिरजी रोड में स्थित सभी दुकानें एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठान सोमवार, दोपहर 1 बजे के बाद से स्थिति सामान्य होने तक बंद रहेंगे. इस निर्णय का जेजे रोड के व्यापारियों ने भी समर्थन किया है.
लालजी हिरजी रोड नागरिक समिति के सदस्यों के आपसी विचार विमर्श के बाद इस पर अंतिम निर्णय लिया गया. इसमें कहा गया कि समिति द्वारा नियमित रूप से स्थिति की समीक्षा की जाएगी और निर्णय लिए जाएंगे.
जानकारी समिति के सदस्य सह फेडरेशन चैंबर के पूर्व अध्यक्ष दीपक कुमार मारू ने दी. उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड के बढ़ते मामलों के साथ ही अस्पतालों में बेड, दवाई, ऑक्सीजन की भारी कमी इस बात का संकेत देती है कि हम स्वतः लॉकडाउन की ओर अग्रसर हों. हम समझते हैं कि जब बात जान है, तो जहान है तक पहुंच जाये, तब सावधानी के तौर पर यही एकमात्र विकल्प है.
उन्होंने कहा कि राजधानी की स्थिति बेहद भयावह है. महामारी के इस दूसरे दौर में सबसे ज्यादा प्रभावित अभी व्यापारी समाज ही है. ऐसे में खुद के साथ ही अपने कर्मचारियों एवं समाज को सुरक्षित रखने के लिए लॉकडाउन से ही स्थिति नियंत्रण में हो सकती है.
गुरुद्वारा श्री गुरुनानक सत्संग सभा, श्री राधाकृष्ण मंदिर कमिटी और बहावलपुरी पंजाबी समाज ने राजधानी रांची में कोरोना के बढ़ते संख्या को देखते हुए अगले 7 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की है. इन संगठनों की ओर से आम सहमति बनी है कि विभिन्न संस्थाओं से जुड़े हुए सिख समाज के करीब 400 व्यापारी सोमवार से आगामी 25 अप्रैल तक अपनी दुकान और प्रतिष्ठान बंद रखेंगे.
19 अप्रैल से 25 अप्रैल तक समाज के चार सौ व्यवसायी बंद रखेंगे. इन संगठनों की ओर से जारी साझा बयान में कहा गया है कि समाज के सभी व्यवसाई चाहें उनकी दुकान शहर के किसी भी इलाके में हो अथवा किसी भी तरह का व्यवसाय करते हों.अपने अपने प्रतिष्ठान बंद रखेंगे.
सभा के मीडिया प्रभारी नरेश पपनेजा ने बताया कि शहर के रंगरेज गली में समाज के लोगों के प्रतिष्ठान केके बैंगल्स,बाबा बेल्ट,राधे राधे,स्वाति स्टोर आदि तथा शहर के अन्य इलाकों मेन रोड, कांके रोड,अपर बाजार,लालपुर,रातु रोड में समाज के व्यवसायियों के लगभग चार सौ प्रतिष्ठान इस दौरान बंद रहेंगे.
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन की अवधि समाप्त होने से ठीक पहले स्थिति की समीक्षा की जाएगी और फिर आगे का निर्णय लिया जाएगा.