नई दिल्ली:- टेस्ला कंपनी की एक गाड़ी ह्यूस्टन में एक पेड़ से टकरा गई. इस हादसे के बाद आग लगने से दो लोगों की मौत झुलसने से हो गई. अधिकारियों का कहना है कि ड्राइवर सीट पर कोई नहीं था. यह भी स्पष्ट नहीं है कि चालक सहायता प्रणाली का इस्तेमाल किया गया अथवा नहीं. हादसे के बाद ऐसे वाहनों पर सवाल उठने लगे हैं.जानकारी के मुताबिक, मरने वालों में एक की उम्र 69 वर्ष की और दूसरे की 59 साल की थी. टेस्ला की 2019 मॉडल गाड़ी उस वक्त दुर्घटनाग्रस्त हुई, जब वह तेज रफ्तार में थी और एक मोड़ पर अपना संतुलन खो बैठी, कार सीधे पेड़ से टकरा गई, इसके बाद कार में आग लग गई. आग पर काबू पाने के बाद दोनों शव बरामद किए गए. आग की लपटों में घिरने से पहले यह गाड़ी एक मोड़ पर खुद को नेविगेट करने में नाकाम रही. फिलहाल दोनों मृतकों की पहचान उजागर नहीं की गई है.जांच अधिकारियों ने बताया कि हादसे के वक्त चालक सीट खाली थी और उसके बगल वाली सीट पर एक शख्स सवार था जबकि पीछे वाली सीट पर भी एक शख्स बैठा था. हादसे के बाद दोनों लोग वाहन से बाहर नहीं निकल पाए. आग बुझाने में करीब चार घंटे लग गए.
लॉन्चिंग से पहले उठे सवाल
टेस्ला कंपनी अपने ग्राहकों के लिए पूर्णत: सेल्फ ड्राइविंग सॉफ्टवेयर के साथ कार लॉन्चिंग की तैयारी कर रही है. ऐसे में इस हादसे के बाद एक बार फिर टेस्ला की सेमी-ऑटोमेटेड ड्राइविंग सिस्टम पर सवाल उठने लगे हैं. मार्च में ही अमेरिका ऑटो सेफ्टी एजेंसी ने टेस्ला की गाड़ियों से दुर्घटना के 27 मामलों की जांच शुरू की है.एलन मस्क ने साधी चुप्पी
इस हादसे के बाद टेस्ला की तरफ से एक भी बयान सामने नहीं आया है. टेस्ला के मालिक और दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क ने भी इस हादसे पर ना तो कोई ट्वीट किया और ना ही अपनी संवेदना जताई है. बता दें कि टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने इस साल जनवरी में कहा था कि बेहद आत्मविश्वास है कि इस साल के अंत तक नई कार फुल ड्राइव करने में सक्षम होगी.