देहरादून : उत्तराखण्ड में वन विभाग के विश्राम गृहों में आम आदमी को ठहराने की कवायद चल रही है. इसके लिए वन विभाग तैयारी कर रहा है. वन्य जीवों के संरक्षण और जागरूकता के लिए यह कदम उठाया जा रहा है. प्रमुख वन संरक्षक जयराज ने बताया, “हम चाहते हैं कि जो लोग बाहर से वन्य प्राणियों के अध्ययन के लिए और यहां घूमने व जंगल को समझने आते हैं, ऐसे लोगों को वन विभाग के विश्राम गृह में रुकने की व्यवस्था की जाए। इसके लिए ऑनलाइन व्यवस्था की जाएगी. ”
उन्होंने बताया, “अभी प्रदेश में लगभग 250 विश्राम गृह हैं. इनमें से कुछ जर्जर अवस्था में हैं. ऐसे में हमने गढ़वाल, कुमाऊं और वन्यजीवों के क्षेत्रों में आने वाले 150 वन विश्राम गृहों का चयन कर उनकी सूची उपलब्ध कराने को कहा है. ”
प्रमुख वन संरक्षक ने बताया, “इसके लिए वन विभाग बुकिंग व्यवस्था को ऑनलाइन बनाने की तैयारी कर रहा है. इसके साथ ही इनके रेंज का नाम, विश्राम गृह का क्षेत्र, उपलब्ध कक्षों की संख्या, प्रति कक्ष किराया, सड़क से दूरी, नजदीकी टाउनशिप, जीपीसीएस लोकेशन देने को कहा गया है, ताकि ऑनलाइन बुकिंग व्यवस्था शुरू की जा सके.”
उन्होंने बताया, “इस बारे में सभी प्रमुख संरक्षकों को पत्र लिखकर अवगत करा दिया गया है. इसका मकसद है कि आमजन वन्यजीवों के संरक्षण के प्रति जागरूक हो सकें. यह तभी संभव है जब लोग वन क्षेत्र का भ्रमण करें और वनों को समझें. इसके लिए इन लोगों को वन क्षेत्र में ठहरने के लिए एक सुगम माहौल दिया जाना चाहिए. इसके लिए वन विभाग के विश्राम गृह सबसे उपयुक्त हैं. ”
जयराज ने कहा, “अभी योजना बनाई जा रही है. यह व्यवस्था अभी कार्बेट टाइगर रिजर्व क्षेत्रों में लागू है, जिसके अच्छे परिणाम भी आ रहे हैं. हालांकि योजना कब से शुरू होगी, यह बता पाना संभव नहीं है. प्राथमिक काम शुरू हो गया है. जल्द ही यह आमजन के लिए पूरी सुविधा सामने आएगी. “