नई दिल्ली : वरिष्ठ वकील और पूर्व केंद्रीय मंत्री राम जेठमलानी का रविवार को यहां निधन हो गया. उनके निधन पर हर क्षेत्र के लोगों ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है. न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह, बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है.
कांग्रेस नेता मनमोहन ने एक बयान में कहा, “श्री राम जेठमलानी के निधन पर बहुत दुख हुआ. उनके निधन पर भारत ने प्रख्यात न्यायविद, एक सक्षम प्रशासक और एक अनुभवी सांसद खोया है. ”
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी जेठमलानी के परिवार और मित्रों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं.
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने संवेदना व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, “पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रसिद्ध वकील राम जेठमलानी के निधन पर बहुत दुख हुआ. ज्ञान और बुद्धिमत्ता के गुणों के साथ उन्होंने कानून और सार्वजनिक जीवन में उल्लेखनीय योगदान दिया. उनके शोकाकुल परिवार के प्रति मेरी विनम्र संवेदनाएं हैं. ”
एक साथ कई ट्वीट करते हुए उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा, “पूर्व केंद्रीय मंत्री, दिग्गज वकील और भारत की सबसे बुद्धिमान हस्तियों में से एक राम जेठमलानी के निधन का समाचार सुनकर बहुत दुख हुआ. उनके निधन के साथ देश ने एक सम्मानित न्यायविद, महान बुद्धिजीवी और एक देशभक्त खो दिया, जो अपनी अंतिम सांस तक सक्रिय रहा. ”
उन्हें अपना ‘प्रिय दोस्त’ बुलाते हुए नायडू ने उनके साथ बिताए मौकों को याद किया.
भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने उनके निधन को ‘समाज के लिए अपूरणीय क्षति’ बताया.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, “प्रसिद्ध वकील और पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री श्री राम जेठमलानी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ. वह कानून के दिग्गज और कई वकीलों के लिए प्रेरणा थे. उनका वृहद अनुभव और ज्ञान अब याद रहेगा. ”
जेठमलानी ने अवमानना के एक मामले में अरविंद केजरीवाल का मामला लड़ने के बाद दिल्ली सरकार को 1.5 करोड़ रुपये का बिल भेजा था.
केंद्रीय कानून एवं न्याय, संचार एवं इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने भी जेठमलानी के निधन पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “प्रसिद्ध वकील और पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री श्री राम जेठमलानी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ. उनकी प्रतिभा, वाक्पटुता, सशक्त वकालत और कानून की गहरी समझ वकालत के पेशे में उदाहरण के लिए जानी जाएगी. मेरी गहरी संवेदनाएं. ”
इस दौरान न्याय विभाग की भी कई दिग्गज हस्तियों ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया.
इंदिरा जयसिंह ने कहा, “राम जेठमलानी नहीं रहे. हम दोनों एक ही नगर शिकरपुर सिंद से आते हैं. हमारा एक सपना था, भारत और पाकिस्तान को दोस्त के रूप में देखना, जो उनका अधूरा एजेंडा रहा. उन्होंने हर जरूरतमंद की मदद की, अफजल गुरु की भी. हमारी राजनीति अलग थी, लेकिन हम एक-दूसरे को पसंद करते थे. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें. ”
इनके अलावा अन्य वकील और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल, वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी, भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने भी जेठमलानी के निधन पर शोक व्यक्त किया.