नई दिल्ली.सात चरणों में होंगे पांचों राज्यों के चुनाव, उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहले दौर का मतदान. मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि कोरोना में सुरक्षित चुनाव कराना आयोग की जिम्मेदारी है. इस बार कोविड प्रोटोकॉल के तहत चुनाव कराए जाएंगे. 5 राज्यों के चुनाव में 8.55 लाख महिला वोटर होंगी. इस बार 2 लाख 15 हज़ार वोटिंग बूथ बनाए जाएंगे. इस बार 18.34 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. इसमें से 24.9 लाख वोटर पहली बार वोट डालेंगे.
गोवा 40सीट
उत्तर प्रदेश 403सीट
पंजाब 117 सीट
उत्तराखण्ड 70 सीट
मणिपुर 60 सीट
5 राज्यो में होंगे चुनाव
पांच राज्यों में आचारसंहीता लागू
धनबल का इस्तेमाल रोका जाएगा
चुनाव में धनबल का इस्तेमाल रोका जाएगा. गैरकानूनी पैसे-शराब पर कड़ी नजर रखी जाएगी. सभी एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है : मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा
निर्वाचन आयोग ने कहा- कोरोना के बीच चुनाव कराना चुनौतीपूर्ण, गाइडलाइंस के तहत होगा मतदान
पोस्टल बैलेट से मतदान की सुविधा
80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांग व्यक्ति और कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्ति पोस्टल बैलेट से मतदान कर सकते हैं: मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा
टीके की दोनों खुराक जरूरी
हर राज्य की विधानसभा सीट का कार्यकाल पांच साल ही रह सकता है. समय पर चुनाव कराना लोकतांत्रिक शासन सुनिश्चित कराने के लिए जरूरी है. चुनाव ड्यूटी में लगे सभी अधिकारी ऐसे होंगे, जो टीके की दोनों खुराक ले चुके हैं. उन्हें एहतियाती अतिरिक्त खुराक भी दी जा सकेगी.
सभी चुनावकर्मियों का टीकाकरण
-सभी चुनावकर्मियों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगी होगी. टीकाकरण अभियान तेज किया जा रहा है. ……
रैली, रोड शो और पदयात्रा की अनुमति नहीं
डिजिटल, वर्चुअल तरीके से चुनाव प्रचार करें चुनाव पार्टियां. 15 जनवरी तक किसी तरह की रैली, रोड शो और पदयात्रा नहीं होगी. नुक्कड़ सभा, बाइक रैली पर भी रोक. कैंपेन में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी. घर-घर जाकर पांच लोगों को प्रचार करने की अनुमति. जीत के बाद विजय जुलूस पर रोक रहेगी.
इन तीन एप्स पर अहम जानकारियां
आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों की जानकारी know your candidate एप पर उपलब्ध होगी.
suvidha candidate एप सक्रिय रहेगा. ये राजनीतिक दलों के लिए है. उन्हें किसी दफ्तर में जाकर रैली वगैरह के लिए इजाजत नहीं मांगनी होगी. वे इस एप के जरिए उपलब्धता देख सकेंगे.
cvigil एप का इस्तेमाल आम जनता और मतदाता कर सकेंगे. किसी भी गड़बड़ी की फोटो खींचकर इस एप पर अपलोड की जा सकेगी. 100 मिनट के अंदर चुनाव आयोग की टीम वहां पहुंचकर जरूरी कदम उठाएगी
ऑनलाइन नामांकन दाखिल करने की वैकल्पिक सुविधा
उम्मीदवारों को नामांकन ऑनलाइन दाखिल करने की वैकल्पिक सुविधा मिलेगी. आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को अखबारों, टीवी चैनलों पर प्रचार अभियान की अवधि के दौरान तीन बार अपने खिलाफ लंबित मुकदमों की जानकारी देनी होगी. राजनीतिक दलों को भी यह बताना होगा कि ऐसी पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को उन्होंने क्यों चुना है. ऐसे उम्मीदवारों की जानकारी know your candidate एप पर भी उपलब्ध होगी
सात चरणों में होंगे पांचों राज्यों के चुनाव, उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहले दौर का मतदान
15 जनवरी तक रोड शो, रैली, जुलूस की इजाजत नहीं
कोरोना की चुनौतियों पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा- यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है, हवा की ओट लेकर भी चिराग जलता है. राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को हमारी सलाह है कि वे अपने चुनाव प्रचार कार्यक्रमों को डिजिटल मोड में ही चलाएं. 15 जनवरी तक कोई भी रोड शो, बाइक रैली, जुलूस या पद यात्रा की इजाजत नहीं होगी. यही नहीं 15 जनवरी तक कोई फीजिकल रैली भी नहीं आयोजित की जाएगी. बाद में डीटेल गाइडलाइंस जारी की जाएंगी.
2022 विधानसभा चुनावों का ऐलान-
Up में 7 चरणों मे चुनाव होगा-
प्रथम चरण-10 फरवरी
द्वितीय चरण-14 फरवरी
तृतीय चरण-20 फरवरी
चतुर्थ चरण-23 फरवरी
पांचवा चरण-27 फरवरी
छठा चरण-3 मार्च
सातवां चरण-7 मार्च
10 मार्च को होगी मतगणना
इन बातों का चुनाव आयोग रखेगा प्रमुखता से ख्याल
1 कोविड सुरक्षित चुनाव
2 मतदाताओं के लिए परेशानी रहित
3 अधिकतम मतदाता भागीदारी
80 से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों, विकलांग व्यक्तियों और कोविड रोगियों के लिए पोस्टल बैलेट. 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक, विकलांग व्यक्ति और कोविड 19 रोगी डाक मतपत्र द्वारा मतदान कर सकते हैं.
महत्वपूर्ण बूथों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की जाएगी.
प्रति बूथ मतदाताओं की संख्या 1500 से घटाकर 1250 कर दी गई है. कुल मतदान केंद्रों की संख्या 16 प्रतिशत से अधिक हो गई है.
उम्मीदवारों के लिए अपने आपराधिक रिकॉर्ड को सार्वजनिक करना अनिवार्य राजनीतिक दलों के लिए यह अनिवार्य है कि वे चुनाव उम्मीदवारों के रूप में चुने गए लंबित आपराधिक मामलों वाले व्यक्तियों के बारे में विस्तृत जानकारी अपनी वेबसाइट पर अपलोड करें और स्पष्ट करें कि उस उम्मीदवार का चयन क्यों किया गया.
शेड्यूल की घोषणा के तुरंत बाद आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) लागू हो जाएगी. चुनाव आयोग ने एमसीसी दिशानिर्देशों के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत व्यवस्था की है. इन दिशानिर्देशों के किसी भी उल्लंघन से सख्ती से निपटा जाएगा. आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन, धन के वितरण और मुफ्त उपहारों की किसी भी घटना की रिपोर्ट करने के लिए मतदाताओं द्वारा हमारे सीविजिल एप्लिकेशन का उपयोग किया जाना चाहिए. शिकायत के 100 मिनट के भीतर चुनाव आयोग के अधिकारी अपराध स्थल पर पहुंच जाएंगे.
कोविड सुरक्षा मानदंडों के साथ होगा मतदान, जैसे ही ओमिक्रॉन वेरिएंट की वजह से कोविड के मामले बढ़े, eci ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव और गृह सचिव, विशेषज्ञों और राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों के साथ बैठकें कीं. इन विचारों और जमीनी स्थिति को ध्यान में रखते हुए, चुनाव आयोग ने सुरक्षा मानदंडों के साथ चुनाव की घोषणा करने का फैसला किया.
इस चुनाव में सर्विस वोटर समेत 18.34 करोड़ मतदाता हिस्सा लेंगे. सेवा मतदाताओं सहित कुल 18.34 करोड़ मतदाता इस चुनाव में भाग लेंगे, जिनमें से 8.55 करोड़ महिला मतदाता हैं.
5 राज्यों के चुनाव में पहली बार वोट देने वाले 24.9 लाख मतदाता, उत्तर प्रदेश सहित 5 राज्यों में पहली बार 24.9 लाख मतदाता पंजीकृत.
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में विशेष रूप से महिलाओं के लिए कम से कम एक मतदान केंद्र अनिवार्य होगा.
यूपी में 403 विधानसभा सीटों, पंजाब में 117, उत्तराखंड में 70, मणिपुर की 60 और गोवा की 40 सीटों के लिए चुनाव होंगे
यूपी में सात चरणों में मतदान
उत्तर प्रदेश में प्रथम चरण-10 फरवरी 14 फरवरी को दूसरे, 20 फरवरी को तीसरे, 23 फरवरी को चौथे, 27 फरवरी पांचवें, 3 मार्च को छठे और 7 मार्च को सातवें दौर का मतदान होगा.
उत्तर प्रदेश का पहला चरण
अधिसूचना – 14 जनवरी
नामांकन की आखिरी तारीख – 21 जनवरी
नामांकन की जांच – 24 जनवरी
नाम वापसी – 27 जनवरी
मतदान – 10 फरवरी
उत्तराखंड – पहला चरण-14 फरवरी
पंजाब- पहला चरण-14 फरवरी
गोवा- पहला चरण-14 फरवरी
मणिपुर- पहला चरण-27 फरवरी, दूसरा चरण – 3 मार्च
पांचों राज्यों में मतगणना-10 मार्च