मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छोड़ने के बाद इस्तीफों का सिलसिला जारी है. गुरुवार को शिकोहाबाद से भाजपा के विधायक डॉ. मुकेश वर्मा से पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दियाशिकोहाबाद से विधायक मुकेश वर्मा ने अपनी पार्टी बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पार्टी पर दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को नजर अंदाज करने का आरोप लगाया है. अब मुकेश वर्मा के भी समाजवादी पार्टी में जाने की चर्चा शुरू हो गई है. बीते तीन दिनों में बीजेपी छोड़ने वाले यह सातवें विधायक हैं.
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (up election 2022) की तारीखों के ऐलान के बाद बीजेपी को पिछले 2 दिन में एक के बाद एक कर कई बड़े झटके लगे. इसी कड़ी में बुधवार को ओबीसी नेता दारा सिंह चौहान ने योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया. दारा सिंह पिछले 2 दिन में इस्तीफा देने वाले छठे नेता हैं. हालांकि, इस दौरान एक कांग्रेस विधायक और एक सपा विधायक बीजेपी में शामिल भी हुए हैं. इसके अलावा बीजेपी विधायक अवतार सिंह भड़ाना ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और राष्ट्रीय लोकदल में शामिल हो गए.
डॉ. मुकेश वर्मा मूल रूप से फिरोजाबाद के श्री नगर जलेसर उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. उन्होंने उत्तर प्रदेश से ही वर्ष 2007 में डॉ. भीमराव आंबेडकर से एमएस (जनरल सर्जन) किया था. सर्जन से वह राजनीतिज्ञ बने. उनकी पत्नी भी एक सरकारी डॉक्टर हैं.
मुकेश वर्मा 2012 में बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़े थे लेकिन तब वह अपनी सीट हार गए थे. 2017 में बीजेपी ने उन्हें शिकोहाबाद से प्रत्याशी बनाया और उन्होंने बहुमत पाकर जीत हासिल की.