राजस्थान के अलवर की मूक-बधिर नाबालिग गैंगरेप पीड़िता का जयपुर के जेके लॉन अस्पताल में इलाज चल रहा है. बच्ची को लहूलुहान हालत में अस्पताल लाया गया था. बच्ची का बुधवार (12 जनवरी 2022) दोपहर को तकरीबन तीन घंटे तक ऑपरेशन चला. पीड़िता के शरीर के अंदर के पार्ट्स तक डेमेज हो चुके हैं. ऑपरेशन के बाद बच्ची को आईसीयू में भर्ती कराया गया है. फिलहाल उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. बताया जा रहा है कि जब भी वह दर्द से तड़तपी है तो कभी माँ तो कभी ‘पा’ ही उसके मुँह से निकलता है. उधर, 24 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं.
जानकारी के मुताबिक, पीड़िता अब खतरे से बाहर है, लेकिन उसे दो से तीन दिन तक डॉक्टर के ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा. जेके लॉन अस्पताल के अधीक्षक डॉ अरविंद शुक्ला ने बताया कि बच्ची का 7 डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन किया है. बच्ची के अंदरूनी हिस्से में काफी गहरे घाव है और बच्ची का रेक्टम अपनी जगह से खिसक गया है. उसके प्राइवेट पार्ट में शार्प कट है. उसे जब अस्पताल में लाया गया तो काफी ब्लीडिंग हो रही थी. बच्ची के पेट में छेद करके अलग से रास्ता बनाया गया है, जिससे मल को बाहर निकाला जा सके. इसे प्लास्टिक सर्जन की मदद से रिपेयर किया जा रहा है. ऑपरेशन के बाद उसे icu में शिफ्ट कर दिया गया है.
अलवर में मंगलवार (11 जनवरी 2022) रात को 14 साल की एक नाबालिग बच्ची का अपहरण कर उसके साथ गैंगरेप करने के बाद तिजारा फाटक पुलिया पर फेंक दिया गया था. बच्ची एक घंटे तक वहीं तड़पती रही. वह कुछ भी बता पाने की स्थिति में नहीं थी. हालत गंभीर होने पर दो यूनिट ब्लड देकर उसे जयपुर जेके लॉन अस्पताल में रेफर कर दिया गया.
पीड़िता का हाल जानने के लिए स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा, मंत्री टीकाराम जूली, महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश और उद्योग मंत्री शकुंतला रावत, संगीता बेनीवाल, एडीजी स्मिता श्रीवास्तव अस्पताल पहुँची थी. अस्पताल में डॉ सुधीर भंडारी, आईएएस वैभव गलरिया भी निरीक्षण के लिए मौजूद रहे.
परसादी लाल मीणा ने बताया, “डॉक्टरों ने उसका सफल ऑपरेशन किया है और वह अब खतरे से बाहर है. मामले की जाँच के लिए sit का गठन किया गया है. आरोपित को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा.”
वहीं, अलवर की एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया कि पीड़िता के गुप्तांगों में गहरे घाव मिले हैं. जयपुर के जेके लोन अस्पताल में सर्जरी हो चुकी है. पीड़िता की हालत स्थिर बनी हुई है. डॉक्टरों के मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही सब कुछ स्पष्ट हो सकेगा. पीड़िता के परिवार को 3.50 लाख रुपए की सहायता राशि दी गई. वहीं, 5 पुलिस टीमों द्वारा छानबीन व आरोपितों की तलाश जारी है.
पत्रिका की रिपोर्ट के मुताबिक, एक प्राइवेट बस पर संदेह जताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि सीसीटीवी फुटेज में तिजारा फाटक ओवरब्रिज से मंगलवार शाम सवा 7 बजे एक प्राइवेट बस निकलती दिख रही है. तब यहाँ पीड़िता नहीं थी. बस गुजरने के बाद पीड़िता नजर आ रही थी. ऐसे में पुलिस को बस को लेकर संदेह है. इसकी जाँच शुरू कर दी गई है. इधर राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए अलवर एसपी और जेके लोन हॉस्पिटल के डॉक्टरों से तीन दिन में रिपोर्ट माँगी है.
गौरतलब है कि एक अन्य घटना में राजस्थान के बाँसवाड़ा (banswara) जिले के घाटोल क्षेत्र में सोमवार (9 जनवरी 2022) को दिल दहला देने वाली यह घटना सामने आई थी. व्यापारी ने दोपहर को जब दुकान का खोया हुआ सामान तलाशने के लिए दुकान के सीसीटीवी कैमरे खँगाले तो रात में पास ही निर्माणाधीन भवन में मानसिक रूप से बीमार महिला के साथ रेप (rape) का वीडियो सामने आ गया. वीडियो देखते ही वो चौंक गया और पुलिस को सूचना दी. पीड़िता के माँ-बाप, दोनों मजदूर हैं.
वहीं, राजस्थान के भरतपुर जिले के कैथवाड़ा थाना इलाके में लंबे समय से गैंगरेप (gangrape) की शिकार हो रही एक नाबालिग बच्ची ने समाज में बदनामी के डर से जहर खाकर खुदकुशी (suicide) कर ली थी. हाफिज और मनीष ने उसके साथ गैंगरेप कर उसके अश्लील फोटो-वीडियो भी बना लिए थे. बाद में आरोपितों ने इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था.
साभार: hindi.opindia.com