केरल (kerala) के इडुक्की स्थित सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के कार्यकर्ता धीरज राजेंद्रन की चाकू घोंपकर हत्या (murder) को कॉन्ग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद (shama mohammad) ने ‘कर्म’ (कर्मों का फल) करार दिया है. हत्या के आरोपी केरल यूथ कॉन्ग्रेस (kerala youth congress) के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
SFI स्टूडेंट की हत्या को ‘कर्म’ करार देने पर लोगों ने उनके इस व्यवहार को ‘घृणित’ और ‘बीमार मानसिकता’ बताया. बेशर्मी का अलम ये है कि सोशल मीडिया पर आलोचना होने के बाद भी कॉन्ग्रेस प्रवक्ता शम मोहम्मद ने अपने ट्वीट पर न तो माफी माँगी और न ही उसे हटाया है. कॉन्ग्रेस ने भी इस पर कोई प्रतिक्रिया अभी तक नहीं दी है.
गौरतलब है कि कन्नूर के रहने वाले धीरज राजेंद्रन SFI के कार्यकर्ता थे. बताया जा रहा है कि यूथ कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ता निखिल पैली ने धीरज की हत्या कर दी थी. इस मामले में पुलिस ने निखिल पैली और जेरीन जिजो को गिरफ्तार किया है. इस घटना को लेकर पुलिस का कहना था कि कॉलेज में चल रहे चुनावों के कारण इस तरह की झड़पें होती रही हैं और यह राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता का मामला है. हालाँकि, SFI कार्यकर्ता की हत्या के विरोध में CPM की स्टूडेंट इकाई ने मोर्चा निकाला था और उसमें भी हिंसा हुई थी.
हिंदू-मुस्लिम दंगा भड़काने की कोशिश करने का आरोप लग चुका है शमा पर
ऐसा नहीं है कि शमा मोहम्मद अपने बयानों के चलते पहली बार विवादों में हैं. इससे पहले जून 2021 में गाजियाबाद में मुस्लिम बुजुर्ग की पिटाई के मामले में भी शमा मोहम्मद ने झूठ फैलाया था कि हिंदुओं ने मुस्लिम बुजुर्ग को पीटा और उससे जबरन ‘जय श्रीराम’ बुलवाया. वो पीएम मोदी पर भी मुस्लिमों से घृणा करने का आरोप लगा चुकी हैं. यहीं नहीं, साल 2019 के लोकसभा चुनावों के बाद एक्जिट पोल के नतीजों से बौखलाई शमा मोहम्मद ने उत्तर भारतीयों को दब्बू करार दिया था. शमा ने कहा था कि उत्तर भारत के वोटर्स व्हाट्सप्प पर आई चीजों पर आसानी से विश्वास करते हैं और जल्दी प्रभावित किए जा सकते हैं.
साभार: hindi.opindia.com